8 उपार्जन केंद्रों में प्रशासन किसानों का इंतजार करने मजबूर
पंजीयन कराने के बाद भी उपार्जन केंद्रों तक नहीं पहुंच रहे किसान

पंजीयन कराने के बाद भी उपार्जन केंद्रों तक नहीं पहुंच रहे किसान
नहीं आ रही चना, मसूर और सरसों की उपज
जबलपुर,यशभारत। जबलपुर जिले में चना, सरसों और मसूर की उपज के लिए बनाए गए 8 उपार्जन केंद्र को करीब एक महीना पूरा होने को है और प्रशासन के अधिकारी किसानों के इंतजार में है। जानकारी के अनुसार इस बार किसानों की रूचि उपार्जन केंद्रों तरफ नहीं दिख रही है और वे अपनी उपज लेकर मंडी तरफ रूख अपना रहे हैं। क्योंकि
मंडी में व्यापारियों द्वारा किसानों को उपज का अधिक दाम दिया जा रहा है इसलिए किसान उपार्जन केंद्रों की बजाय मंडी तरफ रूख अपना रहे हैं। जी हां हम बात कर रहे हैं जबलपुर जिले के किसानों की जो रबी विपणन वर्ष 2023-24 अंतर्गत प्राइज सपोर्ट स्कीम में विगत 26 मार्च से जारी चना, मसूर और सरसों की खरीदी के लिए उपार्जन केंद्रों तक नहीं पहुंच रहे हैं। आलम ये है कि जिला प्रशासन किसानों का इंतजार करने फिलहाल अभी मजबूर हो गया है।
खबर ये भी है कि जिला प्रशासन 31 मई तक उपार्जन कार्य को जारी रखने वाला है। किसानों की बेरूखी पर जिला प्रशसन के आला-अधिकारियों का कहना है कि उपार्जन केंद्रों में किसान अपनी रूचि जल्द ही दिखाएंगे और अपनी चना, सरसों और मसूर की उपज लेकर आएंगे।
इन जगहों पर बने हैं 8 उपार्जन केंद्र
जानकारी के अनुसार चना, मसूर और सरसों के लिए जिले में 8 उपार्जन केंद्र बनाए गए हैं। इसमें जबलपुर विकासखण्ड में कृषि उपज मंडी जबलपुर, कुंडम में ग्राम टिकरिया, पनागर में ग्राम हथना, पाटन में ग्राम बिनेको, मझौली में ग्राम मोहनिया और गौरहा, शहपुरा में एसएमजेटी वेयर हाउस और सिहोरा विकासखण्ड में पहरेवा नाका में उपार्जन केंद्र बनाया गया है। प्रशासन ने किसानों से उपार्जन केंद्र या कियोस्क अथवा स्वयं के द्वारा सुविधानुसार स्लॉट बुक कर उपार्जन लाने आग्रह किया है।
इतने किसानों ने कराया पंजीयन
जिला प्रशासन से मिली जानकारी के अनुसार जबलपुर जिले में चना उपार्जन के लिए 5750, मसूर के लिए 979 और सरसों के उपार्जन के लिए 338 किसानों ने पंजीयन कराया है।
कुछ इस तरह रखा गया है समर्थन मूल्य
शासन द्वारा चना 5 हजार 440 रुपए प्रति क्विंटल, मसूर 6 हजार 425 रूपए प्रति क्विंटल और सरसों 5 हजार 650 रुपए प्रति क्विंटल समर्थन मूल्य घोषित किया गया है।
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