पुणे से उज्जैन के लिए अशोक ट्रेवल्स की बस से निकले मां-बेटे की संदिग्ध हालत में मौत हो गई। रास्ते में महिला टीचर ने ड्राइवर और कंडक्टर से दम घुटने की शिकायत की थी। इंदौर पहुंचते ही उनकी तबीयत ज्यादा बिगड़ गई। जिसके बाद उन्हें निजी अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्होंने दम तोड़ दिया। परिजनों ने बस कंडक्टर और ड्राइवर पर लापरवाही के आरोप लगाए हैं।
उज्जैन के वेद नगर की रहने वाली दीपिका (38) पति संदीप पटेल पेशे से सांवेर के सरकारी स्कुल में टीचर थीं। वह 5 वी कक्षा में पढ़ रहे इकलौते बेटे आदित्य राज (11) और मां पुष्पा (56) के साथ रविवार रात अशोक ट्रेवल्स की एसी बस (MP07- P-5097) से पुणे से उज्जैन के लिए निकली थीं। सफर के दौरान रास्ते में दीपिका ने दम घुटने की शिकायत की। इस पर कंडक्टर ने एसी से गैस की बदबू आने का कहकर ध्यान नहीं दिया। परिजनों ने कहा कि बस में ऑक्सीजन लेवल कम होने और सीट के पास लगे अग्निशमन यंत्र से गैस रिसाव के कारण उनकी तबीयत बिगड़ी थी।
भाई का आरोप ड्रायवर और कंडेक्टर का व्यवहार अमानवीय
मृतक महिला के भाई अजीत वर्मा ने बताया की माँ बहन और भांजा तीनो शाम 6 बजे पुणे से अशोक ट्रेवेल्स की गाडी में बैठे। बैठते ही उन्होंने कंडेक्टर को गैस की बदबू आने की शिकायत की लेकिन दोनों नहीं माने। आगे चलकर एक जगह गाडी रुकी तो माँ बेटे ने काजु करी की सब्जी खाई और गाडी चलने के बाद बहन को उल्टी होने पर कंडेक्टर और ड्रायवर ने बहन और माँ के साथ अमानवीय व्यवहार किया। दोनों ने बस नहीं रोकी, इंदौर आने पर बस को रोका और ज्यादा तबियत बिगड़ने के बाद तीन इमली चौराहे के पास किसी अस्पताल भेजा। अगर समय रहते बीच किसी भी शहर में गाडी रोक कर बहन और भांजे को अस्पताल में दिखा देते तो शायद बच जाते। माँ ने भी आरोप लगाया की गाडी की बेड शीट मुझसे धुलवाई रास्ते भर धमकाते हुए आये वो अलग। फिलहाल संयोगितागंज पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद होगा खुलासा
रविवार रात चली बस सोमवार सुबह इंदौर पहुंची। इसके बाद हालत बिगड़ने पर दोनों को इंदौर के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। सुबह 10 बजे डॉक्टरों ने आदित्य राज को मृत घोषित कर दिया। वहीं, दोपहर में उपचार के दौरान दीपिका की भी मौत हो गई। सूचना के बाद पुलिस ने एमवाय अस्पताल में पोस्टमार्टम करवाया। पुलिस मामले में बस ड्राइवर और कंडक्टर के भी बयान लेगी। वहीं, पीएम रिपोर्ट आने के बाद ही सही कारणों का खुलासा हो पाएगा।
ट्रेवल्स संचालक बोले- दोनों को उल्टियां हुई थीं
ट्रेवल्स संचालक राजेश शर्मा ने बताया कि पुणे से गाड़ी रवाना होने के बाद महिला ने तबीयत खराब होने की शिकायत की थी। इसके बाद महिला और उसके बच्चे को उल्टी और लूज मोशन शुरू हो गए। दोनों ने गाड़ी में ही उल्टियां कीं, जिसके कारण अन्य सवारियों और बुजुर्ग महिला को केबिन में शिफ्ट किया गया था। रास्ते में एक जगह गाड़ी भी रुकवाई थी। इंदौर आते-आते उनकी हालत और बिगड़ गई। उनके साथ सफर कर रहीं महिला के कहने पर दोनों को इंदौर में एक अस्पताल में भर्ती कराया था। गाड़ी में फायर एक्सिंटग्विशर केबिन में लगे थे। उनसे कोई गैस रिसाव नहीं हुआ। बस में 30 दूसरी सवारियां भी सफर कर रही थीं। उनमें से किसी की भी सेहत नहीं बिगड़ी है।