मध्यप्रदेश के 7 लोगों की मंगलवार को उत्तर प्रदेश और गुजरात में हुए बड़े सड़क हादसों में जान चली गई। दोनों हादसों में कुल 9 मौतें हुई हैं, इनमें 4 बच्चे हैं।
यूपी के चित्रकूट में बोलेरो और उत्तर प्रदेश परिवहन की जनरथ बस में टक्कर हो गई। इसमें 2 बच्चे, उनके पिता और एक महिला समेत 5 लोगों की जान चली गई। 6 घायल हैं। सभी प्रयागराज में अस्थि विसर्जन कर पन्ना लौट रहे थे। मृतकों में एक ही परिवार के 4 सदस्य हैं। एक अन्य बांदा (UP) का रहने वाला था।
दूसरे हादसे में गुजरात के गोधरा तालुका में दाहोद राजमार्ग के पास गढ़चुंदडी गांव में इंदौर से अहमदाबाद जा रही बस ने राजगढ़ से राजकोट जा रही बस में टक्कर मार दी। राजकोट बस रिपेयरिंग के लिए सड़क पर खड़ी थी। इस बस में सवार महिला, उसके दो बच्चे और क्लीनर की मौत हो गई। 19 यात्री घायल हुए हैं।
लोग उछलकर बीच सड़क पर गिरे
चित्रकूट में हादसा मंगलवार दोपहर 12 बजे नेशनल हाईवे पर बागरेही गांव के पास हुआ। टक्कर इतनी तेज थी कि बोलेरो सवार सड़क पर आ गिरे। 2 की मौके पर जबकि 2 की जिला अस्पताल ले जाते समय मौत हो गई। 1 घायल ने रामनगर अस्पताल में दम तोड़ा। 4 लोगों को गंभीर हालत में प्रयागराज रेफर किया गया है। 2 जिला अस्पताल में भर्ती हैं। चित्रकूट एसपी वृंदा शुक्ला ने बताया कि बोलेरो में दो परिवार के लोग बैठे थे।
बोलेरो हादसे में इनकी गई जान
- बोलेरो ड्राइवर प्रताप पटेल (45) पुत्र आनंदी प्रसाद, निवासी लहचा, अजयगढ़ (पन्ना)
- आकांक्षा देवी (10) पुत्री प्रताप पटेल, निवासी लहचा, अजयगढ़ (पन्ना)
- सनत पटेल (12) पुत्र प्रताप पटेल, निवासी लहचा, अजयगढ़ (पन्ना)
- रामबाई (35) पत्नी देशराज, निवासी बैरागा, अजयगढ़ (पन्ना)
- जगजीत कुशवाहा (52) पुत्र गया प्रसाद, कमासिन, (बांदा, UP)
सड़क से उतरकर पलट गई बस
गुजरात में हादसा मंगलवार तड़के 3.30 बजे हुआ। राजगढ़ से राजकोट जा रही अलखधणी ट्रेवल्स की बस पंक्चर होने के कारण सड़क किनारे खड़ी थी। टायर बदला जा रहा था। इसी दौरान इंदौर से अहमदाबाद की ओर जा रही गजराज ट्रेवल्स की बस खड़ी बस में जा घुसी। टक्कर से राजकोट बस सड़क से उतरकर पलट गई।
बस हादसे में इनकी जान गई
- पपीता बाई गुंडिया (30) निवासी धार
- पपीता के बेटे प्रेम गुंडिया (6) निवासी धार
- पपीता की बेटी मुस्कान गुंडिया (9) निवासी धार
- बस क्लीनर राकेश भादू (25) निवासी जोधपुर
पपीता बाई राजकोट के पास गोंडल में मजदूरी करती थी। दिवाली मनाने धार गई थी। यहां से वापस काम पर लौट रही थी।