इजरायली प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने हमास को खत्म करने की कसम खाई, बाइडेन और पुतिन क्या बोले?
इजरायल और हमास के बीच युद्ध के सात दिन पूरे हो गए हैं. इसी शनिवार को फिलिस्तीनी समर्थक हमास ने अचानक इजरायल पर रॉकेट दागे थे और घुसपैठ की थी. इजरायल के साथ ऐसी बर्बरता की, जिसकी पूरी दुनिया ने निंदा की. बाद में इजरायल युद्ध के मैदान में उतरा और गाजा में छिपे हमास के लड़ाकों को मारने के लिए बम, रॉकेट और मिसाइलें छोड़ रहा है. इजरायल के काउंटर अटैक से गाजा तबाह हो गया है. दुनिया के देश भी अलग-अलग बंट गए हैं. इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने हमास को खत्म करने की कसम खाई है तो अमेरिका ने उनका खुलकर समर्थन किया है.
हालांकि, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने इजरायल की कार्रवाई का विरोध किया है. पुतिन ने कहा, इजरायल क्रूर रास्ता अपना रहा है. गाजा में रहने वाले सारे लोग हमास के समर्थक नहीं हैं. पुतिन ने आगे कहा, बेशक, इजरायल को एक खतरनाक हमले का सामना करना पड़ा, जो इतिहास में कभी नहीं हुआ, ना सिर्फ इसके पैमाने में, बल्कि इसकी प्रकृति, इसकी क्रूरता में भी. हमें चीजों को वैसे ही नाम देना चाहिए, जैसे वे हैं. इजरायल बड़े पैमाने पर जवाब दे रहा है. क्रूर तरीकों का भी इस्तेमाल कर रहा है. गाजा पट्टी के संबंध में उसी तरह के सैन्य और गैर-सैन्य कदम उठाए जा रहे हैं जैसे द्वितीय विश्व युद्ध में लेनिनग्राद की घेराबंदी के दौरान उठाए गए थे. लेकिन हम समझते हैं- इसका मतलब क्या है. मेरी राय में यह अस्वीकार्य है. वहां 20 लाख से ज्यादा लोग रहते हैं. उनमें से सभी हमास का समर्थन नहीं करते हैं.
इजराइल के साथ खड़ा है संयुक्त राज्य अमेरिका
वहीं, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने बड़ा बयान दिया है. बाइडेन ने कहा, गाजा के मानवीय हालात पर भी हमारी नजर है. आपको पता होना चाहिए कि फिलिस्तीन के ज्यादा से ज्यादा लोग हमास आतंकी के खिलाफ हैं. फिलिस्तीन के लोग भी हमास की जंग से परेशान हैं. बाइडेन ने आगे कहा, मैं इजरायल की स्थिति के बारे में भी कहना चाहता हूं. हम हमले के बारे में जितना ज्यादा जानते की कोशिश करते हैं, यह उतना ही भयावह होता जाता है. 1000 से ज्यादा निर्दोष लोगों की जान चली गई, जिनमें करीब 27 अमेरिकी भी शामिल थे. संयुक्त राज्य अमेरिका, इजरायल के साथ खड़ा है. गाजा में मानवीय संकट का तत्काल समाधान करना भी मेरी प्राथमिकता है. आप जानते हैं, हमें ऐसा करना होगा.
‘हमास की वजह से हिंसा का शिकार हो रहे फिलिस्तीनी’
बाइडेन ने कहा, हम इस तथ्य को नजरअंदाज नहीं कर सकते हैं कि बड़ी संख्या में फिलिस्तीनियों का हमास और उसके भयावह हमलों से कोई लेना-देना नहीं है. वे इसकी वजह से हिंसा का शिकार हो रहे हैं. उन्होंने आगे कहा, हमास ने इजरायल पर हमले किए और वहां के लोगों को बंधक बनाया है. अमेरिका उन लोगों को वापस लौटाने के लिए प्रतिबद्ध है. समर्थन बढ़ाने के लिए इजरायल, मिस्र, जॉर्डन, अन्य अरब देशों की सरकारें और संयुक्त राष्ट्र के साथ सीधे बातचीत की जा रही है.
‘हमास से पूरी ताकत से लड़ रहा है इजरायल’
बता दें कि इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने हमास को ‘नष्ट’ करने की कसम खाई है. उनका कहना है कि गाजा पर हमले का यह शुरुआती चरण में है. आज सभी समझते हैं कि हम अपने घर के लिए लड़ रहे हैं. हम पूरी ताकत से लड़ रहे हैं. सैनिक, पुलिस अधिकारी, नागरिक, सुरक्षाबल, स्वास्थ्य कर्मी, बचाव दल और इजराइल के नागरिकों ने जिस तरह आगे बढ़कर मोर्चा संभाला है, वो वॉलिंटियर के रूप में एक असाधारण भावना है, जिसने पूरी दुनिया में जोश-जज्बे का बेहतरीन उदाहरण दिया है.