आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की प्रमुख सचिव से चर्चा:15 मई तक अवकाश पर जाना टला, आदेश जारी
जबलपुर, यशभारत। मध्यप्रदेश सरकार की लाड़ली बहना योजना को लेकर प्रमुख अधिकारी चिंता में है इसका कारण आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की हड़ताल है। हालांकि प्रमुख सचिव और हड़ताल पर गई कार्यकर्ताओं के बीच 31 मार्च को एक बैठक आयोजित हुई है जिसमें निर्णय लिया गया है कि कार्यकर्ताओं द्वारा 15 मई तक अवकाश पर जाने का जो निर्णय लिया गया था उसे फिलहाल दिया गया है इस संबंध एक आदेश जारी किए गए हैं।
महिला एवं बाल विकास का परियोजना अधिकारी, पर्यवेक्षक एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका का संयुक्त मोर्चा दिनांक 15 मार्च 2023 से सामूहिक अवकाश पर है। दिनांक 31 मार्च 2023 को प्रमुख सचिव महोदय के साथ संयुक्त मोर्चा के पदाधिकारियों की बैठक का आयोजन किया गया जिसमें प्रमुख सचिव महोदया द्वारा संघ के ज्ञापन में उल्लेखित बिन्दूओं पर विस्तार से चर्चा की गयी। प्रमुख सचिव महोदया, महिला एवं बाल विकास द्वारा परियोजना अधिकारी, पर्यवेक्षक एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की मांगों पर विगत 10 मार्च 2023 से किये जा रहे सकारात्मक प्रयासों की जानकारी दी गयी तथा सभी मांगों की पूर्ति हेतु ठोस आश्वासन दिया गया।
आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के साथ बैठक के बाद विभाग ने आदेश जारी कर कहा है कि 25 मार्च 2023 से लाडली बहना योजना के आवेदन पत्र भरने की कार्यवाही की जा रही है। महिलाओं के हित में चलायी जा रही इस योजना में महिला एवं बाल विकास नोडल विभाग है। विभाग के मैदानी अमले के कार्य नही करने के कारण योजना में पात्र महिलाओं को ईकेवाईसी और आवेदन पत्र की फिडिंग में निरंतर परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इसी प्रकार आंगनबाड़ी केंद्र बंद होने से बच्चों एवं महिलाओं को पोषण आहार, टीकाकरण एवं अन्य सेवाएं प्राप्त नहीं हो रही है। संयुक्त मोर्चा महिलाओं एवं बच्चों के हित में कार्य करने के लिये प्रतिबद्ध है। अत: महिलाओं एवं बच्चों के हित को देखते हुए तथा प्रमुख सचिव महोदया महिला एवं बाल विकास विभाग के द्वारा दिये गए आश्वासन के आधार पर संयुक्त मोर्चा अपनी सामूहिक अवकाश को 15 मई 2023 तक स्थगित करता है। संयुक्त मोर्चा 15 मार्च 2023 के बाद सामूहिक अवकाश के दौरान विभिन्न जिलों में परियोजना अधिकारी, पर्यवेक्षक एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका के विरूद्ध की गयी दमनकारी कार्यवाही का विरोध करता है तथा मांग करता है कि इस शांतिपूर्ण आंदोलन के दौरान की गयी