प्रदेश स्तरीय सड़क सुरक्षा परिषद की बैठक में शामिल हुए महापौर -मुख्यमंत्री से महापौर ’ ने जबलपुर को नम्बर 1 बनाने, नर्मदा रिवर फ्रंट सहित 4000 करोड़ रूपये की मॉंग की
जबलपुर। मध्यप्रदेश राज्य सड़क सुरक्षा समिति की बैठक आज मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में भोपाल में आयोजित हुई जिसमें जबलपुर के महापौर जगत बहादुर सिंह ‘‘अन्नू’’ आमंत्रित अतिथि के रूप में शामिल हुए और शहर की सुगम यातायात व्यवस्था के लिए बैठक में महात्वपूर्ण सुझाव दिये। महापौर ने बैठक के दौरान मॉंग की कि शहर में संचालित आई.टी.एम.एस. सिस्टम को अपग्रेड किया जाए जिसमें स्पीड डिटेक्शन, हेलमेट डिटेक्शन, एवं सीट बेल्ट डिटेक्शन की अनिवार्यता हो। उन्होंने वर्तमान में 12 जगहों पर आई.टी.एम.एस. सिस्टम लगे है इसकी संख्या बढ़ाकर 20 से अधिक चौराहों में लगाया जाए।
महापौर ने यह भी मॉंग की कि जबलपुर के सभी चौराहों में ट्रैफिक सिग्नल स्थापित किए जाएं जिससे की शहर में सड़क दुर्घटना कम हो और यातायात व्यवस्था सुगम बनी रहे। उन्होंने कहा कि पहले जबलपुर शहर में सफेद वर्दी पहने ट्राफिक आमला रहता था जिसकी आज कमी है इस हेतु जबलपुर शहर में ट्रैफिक अमले की भर्ती भी की जाए। उन्होंने शहर में मल्टी लेवल पार्किंग एवं ऑफ स्ट्रीट पार्किंग की संख्या बढ़ाई जाने, पब्लिक अनाउंसमेंट सिस्टम को लगाया जाए जिससे ट्रैफिक अवेयरनेस में आसानी हो। उन्होंने कहा कि ट्रैफिक अभियान में नगर निगम को भी जिम्मेदारी दी जाए, नगर निगम इस जिम्मेदारी लेने के लिए तैयार है।
महापौर ने कहा कि नगर पालिक निगम विभिन्न स्कूलों संस्थाओं में जाकर ट्रेफिक अवेयरनेस कैंपेन चलाएगा। उन्होंने कहा कि सड़क दुर्घटना का मुख्य कारण आवारा पशु भी है, महापौर ने ट्रिपल पी मॉडल पर आवारा पशु संरक्षण का प्रस्ताव भी दिया, जिससे ट्रिपल पी मॉडल पर आवारा पशुओं संरक्षण किया जाएगा एवं गोमूत्र गोबर आदि से जो इनकम होगी इससे इस योजना का संचालन किया जाएगा।
महापौर जगत बहादुर सिंह ‘‘अन्नू’’ ने बैठक के बाद ज्ञापन सौंपते हुए मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान से जबलपुर में मेट्रो ट्रेन चलाने की मॉंग करते हुए जबलपुर को स्वच्छता में नम्बर 1 बनाने, नर्मदा रिवर फ्रंट सहित 4000 करोड़ रूपये की मॉंग की।
महापौर द्वारा मुख्यमंत्री से यह भी मॉंग की कि शहर में अरबों रूपये के काम निर्माणाधीन हैं पैसों के आभाव में पूरे नहीं हो रहे हैं, उसके लिए भी अतिरिक्त राशि की मॉंग करते हुए महापौर ने शहर विकास को गति प्रदान करने नए आयुक्त के शीघ्र पदस्थापना करने की भी मॉंग की। महापौर द्वारा शहर के बिल्डरों एवं कॉलोनाईजरों की मॉंग पर कॉलोनी अनुमति के लिए लगने वाली आश्रय शुल्क की राशि में भी छूट प्रदान करने की मॉंग करते हुए आश्रय शुल्क के नियमों में बदलाव लाने की मॉंग की जिससे कि शहर में रूके सभी बड़े निर्माण कार्यो को पुनः शुरू कराया जा सके। उन्होंने शहर विकास को लेकर चुंगी क्षतिपूर्ति की राशि भी पूरी नगर निगम को प्रदान करने की मॉंग की।
महापौर द्वारा एक और मॉंग की जिसमें संस्कारधानी के दिव्यांग दिलीप पटैल की जिंदगी में खुशहाली आयेगी, उसके लिए महापौर ने मुख्यमंत्री से वर्क फ्रोम होम सिस्टम की नौकरी देने की मॉंग की क्योंकि दिव्यांग दिलीप पटैल सिर्फ मोबाइल टच स्क्रीन के माध्यम से ही कार्य करने के लिए सक्षम हैं।