जबलपुर की लुटेरी दुल्हन:32 की उम्र में कर डाली 32 शादियां, एक सप्ताह में पैसे-जेवर लेकर भाग जाती थी
जबलपुर, यशभारत। शादी सात जन्मों का बंधन होता है। पर हम जबलपुर की एक ऐसी महिला के बारे में बता रहे हैं, जिसके लिए शादी 7 दिन का बंधन होता है। आठवें दिन वह पैसे-जेवर समेट कर भाग जाती है। 32 की उम्र वाली ये महिला इतनी ही शादी कर चुकी है। एमपी के नर्मदापुरम में 1 तो राजस्थान में 31 शादियां कर चुकी है। 33वीं शादी के झांसे में वह राजस्थान पुलिस के हत्थे चढ़ गई।
ये लुटेरी दुल्हन है, जबलपुर निवासी रीना ठाकुर उर्फ सीता चौधरी उर्फ काजल चौधरी। दो दिन पहले राजस्थान के डुगरपुर की सांगवाड़ा पुलिस ने उसे जबलपुर के सिविक सेंटर से गिरफ्तार करने का दावा किया है। पुलिस को उसकी एक साल से तलाश थी। उसके खिलाफ 12 दिसंबर 2021 को प्रकाश चंद्र भट्ट निवासी जोधपुरा ने शिकायत दर्ज कराई थी। जुलाई 2021 में एजेंट रमेश ने 5 लाख रुपए लेकर रीना ठाकुर से शादी कराई थी। रीना शादी के 7 दिन तक ससुराल में रही। इसके बाद पति के साथ जबलपुर गई। लौटते समय रास्ते में रीना ने अन्य साथियों को बुलाकर पति से मारपीट करवाई और उनके साथ भाग गई। इसके बाद रीना और परेश ने अपने मोबाइल नंबर बदल लिए थे।
आरक्षक को बनाया दूल्हा, तब महिला तक पहुंची पुलिस
राजस्थान की सांगवाड़ा पुलिस काे महिला की एक साल से तलाश थी। पतासाजी में सांगवाड़ा पुलिस को खबर लगी कि लुटेरी दुल्हन जबलपुर में गुड्डी बर्मन नाम की महिला के साथ रहती है। गुड्डी बर्मन फर्जी शादी कराने का गिरोह संचालित करती है। वह पैसे लेकर लोगों की फर्जी शादी कराती है। गुड्डी का नंबर मिलने के बाद सांगवाड़ा पुलिस ने एक आरक्षक भानुप्रताप को ग्राहक बनाकर बातचीत शुरू की।
8 लड़कियों के फोटो में रीना का भी था
सांगवाड़ा थानाधिकारी सुरेंद्र सोलंकी के मुताबिक गुड्डी बर्मन ने आरक्षक के पास 8 लड़कियों की फोटो भेजी। इसमें फरार चल रही महिला रीना का भी फोटो था। आरक्षक ने रीना से शादी करने की हामी भरी। गुड्डी बर्मन ने भानुप्रताप को जबलपुर के समदड़ीया मॉल के पास मिलने और एडवांस में 50 हजार रुपए लेकर बुलाए। आरक्षक भानुप्रताप और आरक्षक वीरेंद्र सिंह आपस में दोस्त बनकर मिलने पहुंचे। महिला टीम कुछ दूर खड़ी रही।
गुड्डी बर्मन पूजा ठाकुर को लेकर पहुंची। रीना का परिचय उसने काजल चौधरी के तौर पर दिया। बताया कि उसके माता-पिता नहीं हैं। वह मौसी लगती है। दोनों का इशारा मिलते ही कुछ दूरी पर मौजूद महिला आरक्षकों की टीम ने दोनाें को दबोच लिया और राजस्थान रवाना हो गई थी।
फर्जी आधार कार्ड से देती थी धोखा
राजस्थान पुलिस ने खुलासा किया है कि रीना चौधरी फर्जी अलग-अलग नामों से तैयार आधार कार्ड लगाकर शादी करती थी। यही कारण है कि पुलिस को उस तक पहुंचने में एक साल लग गए। लूटेरी दुल्हन रीना ठाकुर की बजाय उसका असली नाम सीता चौधरी है। वह जबलपुर में गुड्डी उर्फ पूजा बर्मन के पास काम करती है। गुड्डी और पूजा बर्मन ने लूटेरी दुल्हन का गिरोह चला रखा है। उसके पास कुछ और लड़कियां और उनके फर्जी, नाम, पते के आधार कार्ड सहित अन्य कागज बनाकर रखे हैं। ये गिरोह कई राज्यों में एजेंट के माध्यम से फर्जी शादी करवा कर पैसे और गहने लूटकर फरार हो जाती है।
इस गिरोह की सबसे शातिर महिला है रीना
इस गिरोह की सबसे शातिर महिला रीना है। 32 वर्षीय इस महिला की अब तक 32 शादी हो चुकी है। कई मामलों में भंडाफोड़ होने के बाद वो जेल भी जा चुकी है। इसके खिलाफ नर्मदापुरम जिले के पिपरिया थाने में इसी तरह शादी के बाद पैसे-जेवर लेकर भागने का पूर्व में प्रकरण दर्ज है। इस मामले में भी वह गिरफ्तार हुई थी। वह हर शादी के बाद अधिकतम 7 दिन ही साथ रही है। इसके बाद वह जेवर-पैसे लेकर भाग जाती थी। वह परिवार से अलग रहती है।