जबलपुरमध्य प्रदेशराज्य
वायसेना के लिए बमों के खोल अब जबलपुर में बनेंगे
जबलपुर यशभारत।वायुसेना के लिए उपयोग में आने वाले250किलोग्राम के बमों के खोल को जी आई एफ ने पहली बार में ही सफलता प्राप्त कर ली है।बनाए गए पांच बमों को गुणवत्ता विभाग ने मानकों पर खरा पाकर उन्हें स्वीकृति का प्रमाण पत्र जारी कर दिया।जिसे आजकल मे खमरिया मे विस्फोटक सामग्री भरने के लिए भेजा जा रहा है।पूर्व में मुरादनगर में बनने वाले बमों मे समय और लागत ज्यादा लगती थी लेकिन अब इसमें लगने वाला समय और लागत किफायती होगा।
उल्लेखनीय है कि जहाँ एक ओर आयुध निर्माणियां अपने अस्तित्व के लिए संघर्ष कर रही है वही दूसरी ओर जीआईएफ मे नवागत महाप्रबंधक राजीव कुमार के नेतृत्व में जी आई एफ ने एक नया कीर्तिमान स्थापित किया।250 के जी एरियल बम जो कि आयुध निर्माणी मुरादनगर बनाकर खमरिया को सप्लाई करता था। अब जी आई एफ के कर्मचारियों ने इसे बहुत कम समय व सीमित संसाधन की मदद से बना दिया। बम गुणता विभाग के हर मानकों में खरा उतारा परिणाम स्वरूप खमरिया को 5 बमो की सुपुर्दगी आजकल मे की जा रही हैl जी आई एफ ने ऐसे कीर्तमान पहले भी हासिल किए है ।जिसमे माइंस प्रोटेक्टिव वीकल 120 के जी एरियल बम व सारंग तोप शमिल है।अभी हाल ही में 3 माह पहले राजीव कुमार ने नये महाप्रबंधक के रूप में जी आई एफ का पदभार संभाला ।वे आते ही नई चुनौतियों को स्वीकार करते हुए इस कार्य पर लग गए l क्योंकि जी आई एफ पहले से ही काम की कमी से जूझ रहा था।250 के जी एरियल बम के पास होने की खबर लगते ही सभी कर्मचारियों के चेहरे में खुसी की झलक देखने को मिली l इस चुनौती को सफलता में बदलने में जी आई एफ के कर्मचारियो अधिकारियों के साथ साथ ए क्यू ए डब्ल्यू के अधिकारी नीरज व उनकी टीम का कार्य काफी सराहनीय रहा,उम्मीद है कि नए मिलने वाले काम से जी आई एफ का आने वाला समय बहुत अच्छा होगा।