जबलपुरमध्य प्रदेश

नेताजी सुभाष चंद्र बोस मेडिकल कॉलेज में एम्बुलेंस चालक की गुंडागर्दी : महिला की मौत

जबलपुर, यशभारत। नेताजी सुभाषचंद्र बोस मेडिकल कॉलेज में एम्बुलेंस चालकों की गुंडागर्दी उफान पर है। शहर का हर अस्पताल और किराया खुद से तय कर रखे हैं और नहीं देने पर मारपीट पर उतारु हो जाते है। जिसकी एक दर्दनाक तस्वीर उस वक्त सामने आई जब एक बुजुर्ग महिला ने तडफ़ते हुए दम तोड़ दिया। पूरा मामला रविवार की दरमियानी रात का है, जहां ऐम्बुलेंस चालक ने वार्ड में घुसकर मरीज माँ के बेटे के साथ जमकर मारपीट कर दी और इसी हदक में महिला की जान चली गयी। गढ़ा पुलिस ने मामला दर्ज कि है। हालांकि डॉक्टरों ने पुलिस को बताया कि महिला लास्ट स्टेज में थी। जो करीब 15 दिनों से मेडिकल में भर्ती थी। मामले की पड़ताल जारी है।

गढ़ा पुलिस के मुताबिक चीचली नरसिंहपुर निवासी फू ला बाई अहिरवार 59 वर्ष को लिवर से संबंधित बीमारी के चलते बेटा हेमराज 12 मार्च को मेडिकल कालेज अस्पताल में भर्ती कराने लाया था। फू लाबाई का वार्ड नंबर 16 में इलाज चल रहा था। हेमराज ही मां की देखभाल कर रहा था। रविवार को उनके पड़ोस में भर्ती मरीज की डेथ हो गई। परिजनों को शव ले जाना था। वे बाहर खड़े एम्बुलेंस संचालकों से बात करने पहुंचे तो वहां 8 हजार रुपए मांगे गए। परिवार के पास उतने पैसे नहीं थे।

मदद करने आया आगे

परिवार की तकलीफ देखकर हेमराज मदद को आगे आया। उसने अपने किसी परिचित से बात कर 4 हजार रुपए में एम्बुलेंस तय करा दिया। हालांकि परिवार वालों के कहने पर आखिर में 3300 रुपए में बात तय हो गई। इसके बाद परिवार वालों ने मेडिकल परिसर वाले एम्बुलेंस ड्राइवर को मना कर दिया। पर एम्बुलेंस संचालक और अस्पताल में काम करने वाले ठेका कर्मी इस पर नाराज हो गए।

ठेका कर्मियों का है कमीशन

मेडिकल अस्पताल परिसर में खड़े एम्बुलेंस संचालकों का एक संगठन बना हुआ है। इसमें मेडिकल में काम करने वाले ठेका कर्मी भी शामिल हैं। कमीशन के एवज में वे मरीजों की एम्बुलेंस संचालकों से बात कराते हैं। यहां 8 हजार का सौदा हाथ से निकलने और 3300 रुपए में बुकिंग पर वे नाराज हो गए। एम्बुलेंस संचालक और ठेका कर्मी 15-16 की संख्या में वार्ड नंबर 16 में घुस गए। आरोपी हेमराज को पकड़ कर मारने लगे। बेटे को पिटता देख वार्ड में भर्ती फू लाबाई चिल्लाने लगी। मारपीट के दौरान आरोपियों में कुछ फूलाबाई के ऊपर ही गिर पड़े। जिससे उनकी मौत हो गई। आरोपियों ने हेमराज को भी बेरहमी से मारा पीटा। इसके बाद वे धमकी देते हुए भाग निकले। फूलाबाई की मौत से हंगामा मच गया। बात पुलिस तक पहुंची।

महिला लास्ट स्टेज में थी
गढ़ा थाना एसआई ब्रजेन्द्र तिवारी ने बताया कि मामले में डॉक्टरों के बयान लिए गए है। जिन्होंने बताया है कि महिला का यहां पंद्रह दिनों से इलाज जारी था और महिला लास्ट स्टेज में थी, जिसके स्वस्थ्य होने के उम्मीद फिलहाल नहीं थी। मामले में शव की पीएम रिपोर्ट आने के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो सकेगी।

सुरक्षा पर लापरवाही, कार्रवाई होगी
मेडिकल अधीक्षक अरविंद शर्मा ने घटना को लेकर कहा है कि यह सुरक्षा पर लापरवाही है। इस तरीके से मेडिकल के अंदर घुसकर किसी के साथ मारपीट नहीं की जा सकती। सुरक्षा एजेंसी को नोटिस जारी कर सवाल-जवाब किया गया है। इस प्रकरण में लापरवाही करने वाले कर्मियों पर कार्रवाई की जाएगी।

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