जबलपुर में चायनीज लहसुन जप्त: खाद्य सुरक्षा विभाग की कार्यवाही, पांच ठिकानों पर छापे लैब भेजे गए सैंपल
जबलपुर, यश भारत। शुक्रवार को खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रसंस्करण विभाग द्वारा कृषि उपज मंडी की पांच दुकानों में छापा मारा गया, जहां से लगभग 2 क्विंटल प्रतिबंधित चीनी लहसुन जप्त की गई है ।जो लहसुन विभाग के द्वारा पकड़ी गई है वह 2014 से ही भारत में बिक्री और उपयोग के लिए प्रतिबंधित है। इसके सेवन से स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव पड़ता है क्योंकि इसमें कीटनाशक और सिंथेटिक वस्तुओं का प्रयोग किया जाता है ।लेकिन मुनाफे के चक्कर में जबलपुर के व्यापारी आम जनता के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। कार्रवाई के दौरान मंडी में हड़कंप की स्थिति बनी रही। खाद्य विभाग की कार्रवाई में जो लहसुन जप्त की गई है वह थोक और फुटकर व्यापारियों से जप्त की गई है।
मुनाफे का है खेल
व्यापारिक थोड़े से मुनाफे के लिए जनता के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं । प्रतिबंधित चीनी लहसुनपर प्रति किलो 100 से 150 रुपए का मार्जिन रहता है। वही भारतीय लहसुन में मार्जिन सीमित है, जिसके चलते मोटा मुनाफा कमाने के लिए यह खेल चल रहा है। एक ओर जहां भारतीय लहसुन थोक में लगभग 250 रुपए किलो मिल रहा है वही प्रतिबंधित लहसुन 100 से 120 रुपए किलो तक में मिल जाता है। जिसकी तस्करी बिहार और असम बॉर्डर से सबसे ज्यादा हो रही है।
नहीं मिले दस्तावेज
जांच के दौरान जिन दुकानों से खाद्य सुरक्षा विभाग द्वारा प्रतिबंधित लहसुन बरामद किया गया है, उस लहसुन को कहां से बुलवाया गया है, इसको लेकर कोई भी दस्तावेज नहीं मिले हैं। व्यापारियों द्वारा सिर्फ कांटेक्ट नंबर दिए गए हैं। जिसके आधार पर उक्त लहसुन बुलवाई गई थी। ऐसे में सवाल तो यह भी उठना है कि लहसुन मध्य प्रदेश में टैक्स फ्री नहीं है ऐसे में बिना बिल के लहसुन बुलवाई गई है तो फिर मंडी प्रशासन क्या कर रहा था। यदि इसको पहले मध्य प्रदेश की किसी और मंडी में टैक्स पेट कर भी दिया गया होगा तो बिना अनुज्ञा के कोई भी सामान मंडी में नहीं आ सकता ऐसे में मंडी के गेट पर तैनात कर्मचारियों की भूमिका भी संदिग्ध हो जाती है।
ऐसे करें पहचान
आमतौर पर जो भारतीय लहसुन होता है उसका रंग सफेद होता है। वही उसकी गंध भी तेज होती है और ऊपर की तरफ तना लगा हुआ होता है। वहीं चीनी लहसुन का आकार अमूमन भारतीय लहसुन से बड़ा होता है और इसमें भारतीय लहसुन की तुलना में बहुत कम गंध होती है। साथ ही साथ इसका रंग हल्का गुलाबी होता है जिसे ध्यान से देखने पर आसानी से समझा जा सकता है कि कौन सा लहसुन चाइनीस है और कौन सा भारतीय है।
जबलपुर कृषि उपज मंडी में चीनी लहसुन बेचे जाने की जानकारी प्राप्त हुई थी जिसके बाद पांच दुकानों में जांच की गई जिसमें लगभग 2 क्विंटल चाइनीज लहसुन जप्त की गई है जिसे जांच के लिए भोपाल लैब भेजा जा रहा है।पंकज श्रीवास्तव
खाद्य सुरक्षा अधिकारी