रात में अचानक टनल में समा गया किसान का खेत, स्लीमनाबाद समीप इमलिया गांव की घटना
ग्रामीणों पर भारी पड़ रही निर्माण में हुई लापरवाही
कटनी- यशभारत।
इसके करीब एक माह पहले 27 जुलाई की रात को भी स्लीमनाबाद में असाटी मैरिज गार्डन में भी ऐसा हादसा घटित हुआ था जब अचानक टनल के ऊपर की मिट्टी भराभरा नीचे समा गई थी।टनल निर्माण शुरू होने के बाद से करीब दो दर्जन स्थानों पर भारी भरकम सिंक होल हो चुके है।लेकिन तब नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण के अधिकारी हर बार टी बी एम की खुदाई में कम्पन होने से सिंक होल होने की बात कहकर इसे साधारण घटना बताकर पल्ला झाड़ते थे लेकिन इस बार इमलिया में उस स्थान पर सिंक होल हुआ है जहां पर करीब एक साल पहले टनल बनाई जा चुकी है।इसके बाद लोगों को भविष्य में होने वाली घटनाओं को लेकर डर सताने लगा है।
◆पापड़ की तरह टूट कर बिखर गई नहर
गुणवत्ता का आलम यह है खिरहनी गांव में साधारण बारिश में किलोमीटर क्रमांक 118 में पुल नंबर17 के समीप नर्मदा दाईं तट नहर का करीब 100 मीटर का हिस्सा पापड़ की तरह टूट कर बिखर गया है।यहां पर नहर के साथ एनवीडीए की सर्विस रोड भी तहस नहस हो गई है।इसके अलावा बिलहरी बडखेरा के पास नहर क्षतिग्रस्त होने के बाद करीब 50 मीटर बह चुकी है। कटनी शहर की सीमा पर पन्ना मोड़ के पास भी नहर जमीदोज होकर धसक गई है।
◆ सवालों के घेरे में ग्राउटिंग और गुणवत्ता
टनल निर्माण के दौरान सिंक होल रोकने के लिए अधिकारियों ने मूल अनुबंध से हटकर ग्राउंड ग्राउटिंग करने के लिए अपने चहेते ठेकेदार को ठेका देकर 13 करोड़ 23 लाख रुपए का भुगतान कर दिया।जिसकी महज खानापूर्ति करने के आरोप लगाए गए थे।लेकिन अधिकारियों ने मामले को दबा लिया।लेकिन लगातार बनते सिंक होलो ने गुणवत्ता और ग्राउंड ग्राउटिंग के नाम पर हुए घपले की परतें खोल कर रख दी है।