
जबलपुर, यशभारत। मंडला के बम्हनी बंजर ठरका गांव में उल्टी-दस्त का कहर है। यहां 31 लोग इससे पीड़ित है। 11 मरीजों को जिला अस्पताल मंडला में भर्ती कराया गया है जबकि 20 मरीजों का सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बम्हनी बंजर में उपचार किया जा रहा है। इधर जबलपुर के मझगवां में तीन मरीज डायरिया के मिले है जिनका उपचार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में किया जा रहा है।
मध्यप्रदेश में मंडला जिले के ठरका गांव में डायरिया का प्रकोप है। यहां उल्टी दस्त के 31 से ज्यादा मरीज मिले हैं। मरीजों को पहले नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र बम्हनी में भर्ती कराया गया था। आराम न मिलने पर 11 मरीजों को जिला अस्पताल रेफर किया गया है। ठरका पीएचई मंत्री संपतिया उइके का गृह गांव है। पीएचई मंत्री के गृहगांव में उल्टी दस्त की शिकायत मिलते ही प्रशासनिक अमले में हड़कंम मच गया। बम्हनी से स्वास्थ्य महकमे की टीम ठरका गांव पहुंची और ग्रामीणों का स्वास्थ्य परीक्षण कर जररूी दवाएं उपलब्ध करा रही है। ग्रामीणों ने बताया कि डायरिया का प्रकोप वार्ड-3 में फैला है। नलजल योजना के तहत बनी टंकी का पानी पीने से यह स्थिति बनी है। डायरिया गांव के अन्य इलाके में न फैले, इसके लिए प्रशासन को प्रयास करना चाहिए। गांव में स्वास्थ्य शिविर लगाया गया है।
प्रशासन अलर्ट, पानी की सप्लाई बंद
क्षेत्रीय संचालक स्वास्थ्य सेवाएं जबलपुर संभाग डाॅक्टर संजय मिश्रा ने बताया कि उल्टी दस्त के मरीजों की जानकारी मिलने के बाद प्रशासन एक्शन में आ गया है। नल जल से सप्लाई होने वाले पानी से संक्रमण की आशंका को देखते सप्लाई बंद कर दी गई है। साथ ही गामीणों के लिए वैकल्पित पीने के पानी की व्यवस्था टैंकरों से की गई। गांव में स्वास्थ्य और पीएचई की टीम मौके पर पहुंची है। गांव में नल योजना से सप्लाई होने वाले पानी का सैंपल लिया गया और दवाई आदि का छिड़काव किया जा रहा है।
डाॅक्टरों की सलाह
– ऐसे मौसम में खान पान का विशेष ख्याल रखें।
– दूषित पानी, बासा भोजन व सड़े फल खाने से परहेज करें।
-साग सब्जियों को अच्छे से धोकर ही बनाए।
-ताजा भोजन व ताजा फल, साफ पानी पीएं।
-आसपास का वातावरण भी साफ रखें।
– खुले में रखी भोजन सामग्री बिल्कुल भी न खाएं।