रहस्यों से भरा है यह काला पहाड़ :सोने की होती है बारिश ….पढ़े पूरी खबर
मंडला, यशभारत। रहस्य हमारे आसपास आज भी मौजूद है। मान्यता है कि इस काले पहाड़ में सोने की बारिश भी होती है। लोगों में इसे लेकर अजब गजब की मान्यताएं हैं।रहस्यमयी काला पहाड़, महल बनाने के लिए पत्थर उड़ाने की कहानी, महल को लेकर कुछ मान्यताएं है जिनमें पहली मान्यता ये है कि इस महल को केवल ढाई दिन में बनाया गया, वही दूसरी मान्यता ये है कि महल में सोने की बारिश होती है।
जिला मुख्यालय से 20 किलोमीटर दूर पदमी से रामनगर के बीच स्थित काला पहाड़ पर्यटकों के लिए आकर्षण का केन्द्र बना हुआ है। सर्द हवा के बीच पहाड़ों के पत्थरों में धूप का आनंद लेने के लिए पर्यटक काला पहाड़ पहुंच रहे हैं। तीन किलोमीटर क्षेत्र में फैले इस पहाड़ के पत्थर अपने आप में अलग पहचान रखते हैं। इतिहासकारों का कहना है कि काली भूरी चट्टानों का पहाड़ है। करोड़ों वर्ष पुरानी ऐसी चट्टानें केवल आयरलैंड के उत्तरी भाग में पायी जाती हैं। गोंडकालीन शासक हृदयशाह ने जिला मुख्यालय से 25 किमी दूर जंगलों के बीच सुरम्य वातावरण में नर्मदा किनारे रामनगर में अपनी राजधानी बनाई थी। राजधानी में कई ऐतिहासिक और शानदार महल एवं इमारतों का निर्माण कराया जो आज भी गाेंडकालीन शासन के विरासत के रूप में पूरी दुनिया में पहचानी जाती हैं। गोंडकालीन राजधानी रामनगर के भव्य महल और इमारतों के साथ एक और वह रहस्मयी स्थान है जिसे काला पहाड़ के नाम से जाना जाता है। आज भी रामनगर का काला पहाड़ अपने आप में कई पहेलियां और अनसुलझे प्रश्न छिपाए हुए है। जिसे जानने और समझने के लिए प्रतिवर्ष सैकड़ों सैलानी रामनगर में भ्रमण करने पहुंचते हैं।