पांचवी – आठवीं का परीक्षा परिणाम घोषितः 5वीं का 86.58 प्रतिशत तो 8वीं का 81.43 प्रतिशत रहा, दोनों परीक्षा में 9855 बच्चे फेल
जबलपुर यश भारत। माध्यमिक शिक्षा मंडल की तर्ज पर इस बार पांचवी आठवीं की बोर्ड परीक्षाएं आयोजित की गई थी जिसका परीक्षा परिणाम आज मंगलवार को घोषित किया गया। जबलपुर जिले का परीक्षा परिणाम 5वीं का 86.58 प्रतिशत तो 8वीं का 81.43 प्रतिशत रहा। पांचवी के छात्र 4254 फेल हुए हैं जबकि आठवीं में 5601 विद्यार्थी। जिले में 31690 छात्र पांचवी की परीक्षा में बैठे थे जिसमें 27436 विद्यार्थी पास हुए हैं। इसी तरह आठवीं कक्षा में 30165 विद्यार्थी उन्होंने परीक्षा दी थी जबकि 24564 विद्यार्थी परीक्षा में पास हुए हैं। इस संबंध में जिला परियोजना सामान्य बैंक योगेश शर्मा ने बताया कि पांचवी आठवीं की बोर्ड परीक्षाएं बोर्ड पैटर्न पर आयोजित हुई थी और इस आधार पर परीक्षा परिणाम तैयार किए गए थे मंगलवार को जारी हुए परीक्षा परिणाम में कुछ छात्र फेल हुए हैं। पांचवी परीक्षा की बात करें तो 7482 छात्रों ने ए प्लस प्राप्त किया है जबकि 86.58 और 23. 6 यह प्रतिशत छात्र सेकंड और थर्ड डिवीजन रहा । इसी तरह आठवीं परीक्षा की बात करें तो 7758 विद्यार्थियों ने ए प्लस और ए ग्रेड पाया है जबकि 81.43 और 25. 72ः छात्र द्वितीय तृतीय श्रेणी में आए हैं।
पाटन सरकारी स्कूल का सबसे अच्छा परिणाम आया
जिला परियोजना समन्वयक योगेश शर्मा ने बताया कि पूरे जिले में सबसे अच्छा परीक्षा परिणाम पाटन सरकारी स्कूल कर रहा है यहां पांचवी कक्षा में 2465 विद्यार्थियों ने परीक्षा दी थी जिसमें से 2409 ने परीक्षा में सफलता प्राप्त की है इसी तरह आठवीं परीक्षा परिणाम की बात करें तो यहां पर 2312 स्टूडेंट ने परीक्षा दी थी जिसमें से 2225 विद्यार्थी पास हुए पाटन सरकारी स्कूलों का परीक्षा परिणाम 96.24 प्रतिशत था।
जबलपुर शहर की सरकारी स्कूल के विद्यार्थी सबसे ज्यादा फैल
पांचवी आठवीं का परीक्षा परिणाम घोषित हो चुका है लेकिन इस परिणाम के बाद सरकारी स्कूलों की व्यवस्थाएं कितनी बेहतर है इसकी पोल खुल गई है सबसे अहम बात यह है कि शहर के अधिकांश सरकारी स्कूलों के बच्चे सबसे ज्यादा फेल हुए हैं पांचवी परीक्षा परिणाम की बात करें तो शहर वन और शहर 2 में 2000 बच्चे परीक्षा में फेल हुए जबकि आठवीं परीक्षा में 2500 विद्यार्थी शहरी स्कूलों के फेल हुए हैं ।
कहां कमी हुई है इसकी पड़ताल की जाएगी
जिला परियोजना समन्वयक योगेश शर्मा ने परीक्षा परिणाम की समीक्षा शुरू कर दी है उनका कहना है कि जिन स्कूलों की परीक्षा परिणाम बेहतर आए हैं कौन है शाबाशी दी जाएगी परंतु जिन के परिणाम खराब आए हैं वहां समीक्षा की जाएगी पता लगाया जाएगा कि क्यों इन स्कूलों की परीक्षा परिणाम खराब आए हैं आखिर जिला शिक्षा केंद्र तथा स्कूल शिक्षा विभाग के अधिकारियों से कहां छुप हुई है श्री शर्मा का कहना है कि ऐसी स्कूलों के शिक्षक सहित उच्च अधिकारियों से बात की जाएगी उनसे पूछा जाएगा की उनके द्वारा परीक्षा परिणाम बेहतर लाने के लिए क्या प्रयास किए गए हैं अगर संतोष जनक जवाब नहीं मिलेगा तो ऐसे शिक्षक और अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।