20 अंक मिलने पर चली गई जिला पंचायत के संविदा कर्मचारी की नौकरी: शासन के कार्यों से परहेज करने पर मिली सजा

जबलपुर, यशभारत। जिला पंचायत में कार्यरत एक संविदा कर्मचारी को बर्खास्त कर दिया गया है। संविदा कर्मचारी की बीते दिनों गोपनीय चरित्रावली (सीआर) लिखी गई जिसमें उसे 20 अंक प्राप्त हुए जबकि 21 अंक होना जरूरी था। दूसरी तरफ संवदा कर्मचारी की पुयर परफार्मेंस के कारण जिला पंचायत सीईओ द्वारा यह कार्रवई करना बताया जा रहा है। संविदा कर्मचारी की नौकरी जाने के बाद जिला पंचायत में तरह-तरह की चर्चांए हैं।

जानकारी के अनुसार बीते दिनों जिला पंचायत के सभी संविदा कर्मचारियों की सीआर लिखी गई। इस दौरान मनरेगा और सीएम हेल्पलाइन की जिम्मेदारी संभाल रहे संविदा कर्मचारी विशाल झारिया के कार्यों में लापरवाही नजर आई। देर से आॅफिस आना, योजनाओं का सही ढंग से क्रियान्वयन न कराना जैसी लापरवाही सामने आने के बाद जिला पंचायत सीईओ रिजु बाफना ने संविदा कर्मचारी विशाल झारिया की सेवा समाप्ति के आदेश जारी किए। जिला पंचायत सीईओ रिजु बाफना ने बताया कि बर्खास्त किए गए संविदा कर्मचारी विशाल झारिया अपने दायित्वों का निर्वाहन ठीक ढंग से नहीं कर पा रहा था। तत्कालीन सीईओ द्वारा लिखी गई सीआर को आधार माना गया जिसमें संविदा कर्मचारी को 20 अंक मिले जबकि नौकरी के लिए 21 या उससे ऊपर अंक होना जरूरी होता है इस आधार पर उसे नौकरी से अलग करने के आदेश जारी किए गए हैं।
अन्य संविदा कर्मचारियों को भी नहीं मिले अंक
सेवासमाप्ति के बाद संविदा कर्मचारी विशाल झारिया का आरोप है कि तत्कालीन सीईओ नेहा मारव्या के समय भी संविदा कर्मचारियों की सीआर लिखी गई थी। उस वक्त भी कार्यालय के अन्य संविदा कर्मचारियों को 20 अंक प्राप्त हुए थे लेकिन तब सेवाएं समाप्त नहीं हुई। एक पक्षीय कार्रवाई की गई है।