
जबलपुर यश भारत। स्कूलों की शिक्षा व्यवस्था सुधारने के लिए लोक शिक्षण संचालनालय कमिश्नर ने का आदेश जारी किया है उस आदेश में कहा गया है कि शिक्षा विभाग के समस्त अधिकारी स्कूलों की गतिविधियां जानने के लिए निरीक्षण करेंगे। कमिश्नर ने कहा कि
प्रायः यह देखने में आया है कि संभाग एवं जिला स्तर से विद्यालयों की मॉनीटरिंग का सिस्टम सुदृढ नहीं है । विद्यालयों की मॉनीटरिंग सिस्टम को सुदृढ करने की दृष्टि से विमर्श पोर्टल के माध्यम से विद्यालयों की मॉनीटरिंग प्रणाली को पुनः विकसित किया गया है। मॉनीटरिंग प्रणाली 1 नवम्बर 2022 से प्रारम्भ होगी
समस्त संभागीय स्तरीय अधिकारी एवं जिला स्तरीय अधिकारियों को उनके लिए निर्धारित लक्ष्य अनुसार प्रत्येक माह विद्यालयों का भ्रमण कर एवं वर्चुअल माध्यम से विद्यालयों की मॉनीटरिंग सुनिश्चित की जावेगी। संभाग स्तर पर समस्त संभागीय संयुक्त संचालक उपसंचालक एवं सहायक संचालक माह में प्रति सप्ताह न्यूनतम दो दिवस संभाग अन्तर्गत जिलों में विद्यालयों का भ्रमण कर प्रति दिन न्यूनतम दो विद्यालयों की मॉनीटरिंग करेंगे एवं प्रति सप्ताह कम से कम दो दिवस वर्चुअल माध्यम से प्रति दिन न्यूनतम दो विद्यालयों की मॉनीटरिंग करेंगे। जिला स्तर पर समस्त जिला शिक्षा अधिकारी, सहायक संचालक, अतिरिक्त जिला परियोजना समन्वयक, सहायक परियोजना समन्वयक भी माह में प्रति सप्ताह न्यूनतम दो दिवस, विद्यालयों का भ्रमण करेंगे तथा प्रति सप्ताह न्यूनतम एक दिवस वर्चुअल माध्यम से विद्यालयों की मॉनीटरिंग करेंगे प्रत्येक भ्रमण दिवस न्यूनतम दो विद्यालयों की मॉनीटरिंग तथा वर्चुअल माध्यम से भी न्यूनतम दो विद्यालयों की मॉनीटरिंग करेंगे। जिला स्तर पर प्रत्येक अधिकारी को माह में न्यूनतम 20 विद्यालयों की मॉनीटरिंग करना अनिवार्य होगा ।
विद्यालयों का भ्रमण कर अथवा वर्चुअल माध्यम से मॉनीटरिंग के उपरांत मॉनीटरिंग प्रपत्र में दिए गए सभी बिन्दुओं पर विस्तारपूर्वक एन्ट्री की जाएगी तथा प्रदाय की जाने वाली लिंक पर मॉनीटरिंग वाले दिवस में ही मॉनीटरिंग की जानकारी भरना अनिवार्य होगा। मॉनीटरिंग सिस्टम का मुख्य उद्देश्य विद्यालयों में अकादमिक गुणवत्ता सुनिश्चित करना है। । अतः संभाग एवं जिला स्तर के समस्त अधिकारी निर्धारित लक्ष्य अनुसार प्रतिमाह विद्यालय की मॉनीटरिंग का कार्य पूर्ण करेंगे अधिकारियों द्वारा प्रतिमाह की जाने वाली मॉनीटरिंग की नियमित समीक्षा की जाएगी एवं मॉनीटरिंग का लक्ष्य की पूर्ति के आधार पर संभाग एवं जिलो की ग्रेडिंग भी होगी निर्धारित लक्ष्य पूर्ण न करने वाले अधिकारी की गोपनीय चरित्रावली में प्रतिकूल टिप्पणी अथवा अन्य अनुशासनात्मक कार्यवाही भी की जा सकती है। अतः निर्धारित लक्ष्य अनुसार समस्त अधिकारी, विद्यालयों की मॉनीटरिंग करना सुनिश्चित करेंगे ।