सायबर अपराधियों का नया खेल: अब बच्चों के नाम पर ठगी

मंडला, यश भारतl अनजान कॉल या अनजान शख्स पर तत्काल भरोसा न करें एवं उसका वेरिफिकेशन अपने स्तर पर जरूर करें
आजकल फ्राड का नये तरिके का स्कैम चल रहा हैं। जिसमें सायबर अपराधी पुलिस अधिकारी बनकर बच्चों के माता-पिता को फोन करते हैं और कहते हैं कि उनके बच्चे को किसी संगीन अपराध में गिरफ्तार कर लिया गया है या आरोपियों के साथ पकड़ा गया है। सायबर ठग इतने शातिर है कि आपके ये आपके परिवार के किसी भी मेंबर की आवाज सुनाकर आपसे रूपये मांगते है। ऐसे काल पर बच्चों या परिवार को बचाने के लिये या छुडवाने के लिये बिना सोचे समझे हड़बड़ाहट में पैसे भी ट्रांसफर भी कर देते हैं।मंडला पुलिस के सायबर हेल्पलाइन पर इस तरह की फ्राड कॉल की सूचना प्राप्त हुई है।
इस तरह के फ्राड को समझने के लिये हम कुछ केश साझा कर रहें जिससें आपको फ्राड को समझने में आसानी होगी। हालांकि मंडला में प्राप्त इन शिकायत में शिकायतकर्ताओं ने सायबर सेल मंडला के हेल्पलाइन नंबर में तत्काल काल किया एवं सुझबुझ, अवेयरनेस से ठगी का शिकार होने से बच गयें। पहले मामले में मंडला निवासी शिकायतकर्ता को +92 से शुरू होने वाले नंबर से कॉल आता है जिसमें वह अपने आप को दिल्ली पुलिस का अधिकारी बताता है एवं उसके बच्चे का नाम लेते हुए जो कि दिल्ली में पढ़ाई करता है, पुछता है की क्या आप उसके पिता बोल रहें हैं। उसके बाद कॉलर द्वारा कहा जाता है कि आपका बच्चें ने चार लोगों के साथ मिलकर रेप किया है, हमने तीन को तो जेल भेज दिया है, किंतु इसे अभी तक जेल नहीं भेजे हैं।
यदि आप इसे बचाना चाहते हैं तो आप पैसै ट्रांसफर कर दिजिए अन्यथा इसे हम जेल भेज देंगें। इस पुरी कॉलिंग के दौरान पीछे एक व्यक्ति की आवाज आते रहती है जो बोलते रहता चलो भेजो इसे जेल एवं पुलिस सायरन की कभी कभी आवाज आती हैं। जो की घटना को फ्राड द्वारा सही बनाने के लिये एक ट्रिक कहा जा सकता हैं। दुसरे प्रकरण में मंडला निवासी सरकारी नौकरी कर रहें एक व्यक्ति को व्हाट्सएप के माध्यम से फोन किया और पुछा गया की आपकी लड़़की इंदौर में पढ़ती है, क्या? इसके बाद कहने लगा कि आपकी लड़की नशा करने लगी है, यहां पर मर्डर हो गया है जिससे उसे गिरफ्तार कर लिया गया है और उसके हमारे पास कुछ वीडियो भी है यदि आप उसे छुड़ाना चाहते हैं तो आप ₹10000 हमें ऑनलाइन ट्रांसफर कर दीजिए हम उसे छोड़ देंगे नहीं तो आपकी बदनामी होगी। पिता द्वारा घबराहट में फोन कट करते हुए सायबर सेल मंडला एवं अपने बच्ची जो इंदौर में पढाई करती है से बात की गयी एवं ठगी का शिकार होने से बच गये। आप सोच रहें हो कि साइबर ठगों/अपराधियों को बच्चों की एवं उनके माता पिता की इतनी जानकारी मिल कहा से रही है, तो हो सकता उक्त जानकारी सायबर ठगों को सोशल मीडिया के माध्यम से प्राप्त हो रही हो जहां आप या आपके बच्चे सोशलमीडिया में अपने डेली एक्टीवीटी की डिटेल शेयर करते हैं।
बरतें सावधानी:-
आप अपनी निजी जानकारी कम से कम सार्वजनिक प्लेट फार्म (सोशल मिडिया) पर साझा करें। अपने परिवार की निजी जिंदगी से जुडे़ अपडेट एवं संवेदनशील जानकारी सोशल मीडिया पर कभी भी पोस्ट न करें। अनजान कॉल या अनजान शख्स पर तत्काल भरोसा न करें एवं उसका वेरिफिकेशन अपने स्तर पर जरूर करें। ये वेरिफिकेशन आप स्वयं कर सकते हैं, इसके लिये आप उनसे कुछ सवाल पुछकर या स्थानीय पुलिस की सहायता लेकर या सायबर सेल मंडला के हेल्पलाइन नंबर 7049141561 पर काल करके भी कर सकते हैं। मंडला पुलिस आमजन से अपिल करती हैं की सायबर फ्राड के तरिके के बारे में समय समय पर सायबर फ्राड के बारे में स्वयं अवेयर रहें साथ ही अपने जान पहचान एवं परिवार से भी साझा करें। किसी संदिग्ध गतिविधियों की जानकारी निकटतम पुलिस थाना, मंडला पुलिस के सायबर हेल्पलाइन 7049141561 या 1930 को देवें।