सरकार की नजर में ऑल इज वैल, नियुक्तियां मुश्किल, लंबे समय से कोई दावेदारी नहीं, कार्यकर्ताओं को पार्टी के काम की हिदायत

कटनी, यशभारत। प्रदेश भाजपा में इस समय प्रदेश अध्यक्ष को लेकर थोड़ी बहुत सुगबुगाहट है, बाकी शांति पसरी हुई है। मौजूदा अध्यक्ष वीडी शर्मा चूंकि कटनी क्षेत्र से ही सांसद है, लिहाजा यहां राजनीतिक नियुक्तियां के लिए कोई हलचल देखने नहीं मिल रही। कटनी के संगठन पर पूरी पकड़ वीडी शर्मा की है, इसलिए प्रदेश अध्यक्ष के फैसले तक यहां कोई भी नेता खुलकर किसी पद के लिए अपनी दावेदारी तक करने से हिचक रहा है। पिछले डेढ़ महीने से निगम-मंडलों, प्राधिकरण और एल्डरमैन के पदों के लिए दावेदारी करने वालों ने भी जैसे हथियार डाल दिए हैं।
आखिर ऐसा क्यों है? भाजपा के सूत्र बता रहे हैं कि राजनीतिक नियुक्तियों में इतने पेंच हैं कि इनका होना मुश्किल दिख रहा है। मोहन सरकार को लगने लगा है कि निगम-मंडल और प्राधिकरण में बगैर राजनीतिक नियुक्ति के भी सब कुछ ठीक चल रहा है। सरकार की हर योजना पर काम हो रहा है
फिर क्यों नियुक्तियों के पचड़े में पड़ा जाए।
गौरतलब है कि मप्र में 46 निगम मंडल है, इनमें से एक दो निगम मंडल के लिए कटनी के भाजपा नेता भी सक्रिय हैं। इसके अलावा कटनी में विकास प्राधिकरण में अध्यक्ष, उपाध्यक्ष के साथ नगरीय निकायों में एल्डरमैन की नियुक्ति होना है। इस बार कटनी नगर निगम में 10 एल्डरमैन बनाए जाने है। शिवराज सरकार की राजनीतिक नियुक्तियों को फरवरी में मोहन सरकार ने विराम दे दिया था। शिवराज सरकार की कुछ राजनीतिक नियुक्तियां, समाज-वर्ग साधने के लिए अब भी बनी हुई हैं, जबकि नई नियुक्तियों पर अब तक कोई विचार विमर्श नहीं है। कटनी विकास प्राधिकरण का अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के दो पदों के लिए आधा दर्जन से ज्यादा भाजपा नेताओं ने पग में घुंघरू बंधे थे। मोहन सरकार के आने के एक साल तक ये खूब बजे, लेकिन पिछले डेढ़ महीने से इनकी आवाज नहीं सुनाई दे रही है। मतलब साफ है कि पार्टी संगठन चुनाव के कार्यक्रम में सक्रिय सदस्यता और पार्टी पदाधिकारियों की दौड़, निगम-मंडल की नियुक्तियों को दबा गए। बता दें कि मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद से कई दावेदार डॉ. मोहन यादव के ईर्द-गिर्द मंडराने लगे थे। वहीं कईयों ने संघ और संगठन के प्रमुखों को साधना शुरू कर दिया था। अब सब कुछ शांत है। पार्टी सूत्र बता रहे हैं कि निगम-मंडलों में राजनीतिक नियुक्तियां अब तभी हो सकती है, जब संघ इसका इशारा करे…।
