जबलपुरमध्य प्रदेश

लोकायुक्त रेड : पन्ना में जिला आपूर्ति अधिकारी ने 1 लाख 25 हजार की रिश्वत ली, अनूपपुर में खाद्य अधिकारी ने मांगे 18 हजार

पन्ना में सागर लोकायुक्त ने शुक्रवार को एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए जिला आपूर्ति अधिकारी और बाबू को रिश्वत लेते रंगेहाथ पकड़ा है। आपूर्ति अधिकारी कलेक्टर चैंबर से महज 50 कदम की दूरी पर 1 लाख 25 हजार रुपए की रिश्वत ले रहे थे। वहीं, लिपिक ने भी रिश्वत के 15 हजार रुपए लिए थे। उन्होंने पेट्रोल पंप की एनओसी के नाम पर फरियादी से 5 लाख रुपए की रिश्वत की मांग की थी।

सागर लोकायुक्त डीएसपी राजेश खेड़े ने बताया कि फरियादी ध्रुव लोधी ने 29 सितंबर को शिकायत की थी। फरियादी ने बताया था कि पेट्रोल पंप की एनओसी के लिए जिला आपूर्ति अधिकारी आरके श्रीवास्तव और बाबू महेश गंगेले डेढ़ लाख रुपए की मांग कर रहे हैं। जांच के दौरान मामला सही पाया गया। इसके बाद शुक्रवार सुबह प्लानिंग के तहत फरियादी को एक लाख 40 हजार की रिश्वत लेकर भेजा गया। जैसे ही फरियादी ने अधिकारी और बाबू को रिश्वत दी, टीम ने रंगेहाथ पकड़ लिया। उनके हाथ धुलवाने पर पानी लाल हो गया। इन्होंने पहले भी लोधी से रिश्वत ली थी। मामले में इनके खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम की धारा 7 के तहत कार्रवाई की गई है।

पेट्रोल पंप की एनओसी के लिए मांगे थे रुपए
हरदुआ खमरिया निवासी 48 साल के ध्रुव लोधी ने बताया कि खमरिया में उन्हें पेट्रोप पंप खोलने की अनुमति मिली है। 6 जून को उन्होंने पेट्रोल पंप की एनओसी के लिए आवेदन किया था। इस दौरान अधिकारी आरके श्रीवास्तव और बाबू महेश गंगेले द्वारा उसने रिश्वत के रूप में 5 लाख रुपए की मांग की गई थी। 4 महीने बाद भी इन्होंने एनओसी नहीं दी। यह कहते रहे कि पहले 5 लाख दो फिर एनओसी लेना। ये लगातार परेशान कर रहे थे।

लोधी ने बताया कि दाे महीने पहले परेशान होकर एक लाख 80 हजार की रिश्वत दी। इसमें से श्रीवास्तव को 1 लाख 50 हजार रुपए दिए। वहीं, बाबू को 30 हजार रुपए दिए। जब इन्होंने एनओसी नहीं दी तो लोकायुक्त पुलिस को शिकायत की। शुक्रवार को दूसरी किश्त के रूप में एक लाख 40 हजार रुपए लेकर पहुंचा था। इसमें से एक लाख 25 हजार श्रीवास्तव को दिए। वहीं, 15 हजार रुपए बाबू महेश गंगेले को दिए। मैं इनसे लगातार निवेदन करता रहा कि एनओसी दे दो, लेकिन ये कहते रहे कि रुपए तो लगेंगे ही।

धानमंत्री उज्जवला योजना में हितग्राहियों को गैस चूल्हा वितरित करने के लिए सामूहिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। इस कार्यक्रम में खर्च के एवज में जिला खाद्य एवं आपूर्ति अधिकारी अंबोज श्रीवास्तव ने गैस एजेंसी संचालकों से राशि की मांग की थी। दो दिन पहले जैतहरी के गैस एजेंसी उद्देश्य इंडेन के संचालक अनिल प्रजापति से 20 हजार रुपए की मांग की गई थी। शुक्रवार को 18 हजार रुपए देने का सौदा तय हुआ। संचालक ने इसकी शिकायत लोकायुक्त रीवा को कर दी। इसके बाद प्लानिंग के तहत गैस एजेंसी संचालक ने यह राशि सर्विस इंजीनियर अनिरुद्ध केवट को दी। केवट ने जैसे ही राशि श्रीवास्तव को दी। टीम ने ने रंगेहाथ श्रीवास्तव को गिरफ्तार कर लिया। साथ ही केवट को भी पकड़ा है। गैस एजेंसी संचालक ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री उज्जवला योजना में कार्यक्रम के एवज में दूसरी एजेंसियों के संचालकों से भी अवैध वसूली की गई है।

 

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