जबलपुरमध्य प्रदेशराज्य

यश भारत सागर : आयोजन :  इतिहास में भगवान श्री कृष्ण ही ऐसे अवतारी पुरुष हुए हैं जिन्होंने नारी सम्मान और उनकी रक्षा में आदर्श स्थापित किया

भगवान श्री कृष्ण ने धरती पर अवतार लेकर अधर्म, अन्याय तथा अत्याचारों का नाश किया - डॉ टीकाराम त्रिपाठी

प्रेम, करुणा, दया, न्याय और साहस की प्रतिमूर्ति भगवान श्री कृष्ण ने अधर्म, अन्याय तथा अत्याचारों का नाश के लिए अवतार लिया मनुष्य को अपना जीवन बदलना है तो भगवान श्री कृष्ण के चरित्र को आत्मसात करें– डॉ सरोज गुप्ता

सागर यश भारत (संभागीय ब्यूरो)/ शासकीय कला एवं वाणिज्य महाविद्यालय में मध्यप्रदेश शासन उच्च शिक्षा विभाग भोपाल के निर्देशानुसार महान कर्मयोगी भगवान श्री कृष्ण के जन्म दिवस पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ सरोज गुप्ता की अध्यक्षता में आयोजित इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जन भागीदारी समिति के अध्यक्ष नितिन बंटी शर्मा रहे।

 

प्रसिद्ध साहित्यकार तथा राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित डॉ टीकाराम त्रिपाठी रूद्र ने सारस्वत वक्तव्य दिया। विशिष्ट अतिथि के रूप में वरिष्टतम प्राध्यापक डॉ गोपा जैन मंचासीन रही। इस अवसर पर अतिथियों ने महाविद्यालय परिसर में वृक्षारोपण तथा एनसीसी छात्रा विंग की कैडेट्स का सम्मान भी किया।
प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव तथा उच्च शिक्षा विभाग के निर्देश पर आयोजित इस कार्यक्रम के प्रारंभ में भगवान श्री कृष्ण की पूजा अर्चना कर श्रीमती शशि दीक्षित तथा श्रीमती शोभा सराफ द्वारा सरस्वती वंदना प्रस्तुत की गई। स्वस्तिवाचन महाविद्यालय के छात्र शिवांश तथा पंडित बृजेश पाठक द्वारा किया गया। मुख्य अतिथि नितिन बंटी शर्मा का स्वागत डॉ जयकुमार सोनी, प्राचार्य डॉ सरोज गुप्ता का स्वागत प्रशासनिक अधिकारी डॉ इमराना सिद्दीकी, डॉ गोपा जैन का स्वागत डॉ प्रतिभा जैन तथा डॉ टीकाराम त्रिपाठी रुद्र का स्वागत डॉ कनिष्क तिवारी ने किया। कार्यक्रम का संचालन एवं आभार ज्ञापन डॉ अमर कुमार जैन ने किया।

 

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सारस्वत वक्ता, राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित प्रसिद्ध साहित्यकार डॉ टीकाराम त्रिपाठी रूद्र ने कहा कि हमारी भारत भूमि धर्म और आध्यात्म के साथ-साथ चमत्कारों और अवतारों की भी भूमि है। इसी महान भूमि पर भगवान श्री कृष्ण ने भी अवतार लिया था और अधर्म, अन्याय तथा अत्याचारों का नाश किया था। उन्होंने ऐतिहासिक धर्म ग्रंथो और वेद-पुराणों पर चर्चा करते हुए कहा कि अब तक के इतिहास में भगवान श्री कृष्ण ही ऐसे अवतारी पुरुष हुए हैं जिन्होंने नारी सम्मान और उनकी रक्षा में आदर्श स्थापित किया है। चाहे वे ब्रज की गोपियां हो, द्रोपती का चीर हरण हो या फिर 16 हजार रानियों को असुरों द्वारा कैद कर उनसे व्यभिचार करने का प्रयास हो।

 

इन सब में भगवान श्री कृष्ण ने अपनी लीलाओं से न केवल उनकी रक्षा की है बल्कि संपूर्ण मानव जाति को नारी सम्मान और सुरक्षा का संदेश भी दिया है।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जन भागीदारी समिति के अध्यक्ष नितिन बंटी शर्मा ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने कृष्ण जन्माष्टमी कार्यक्रम के माध्यम से प्रदेश के विद्यार्थियों और आम जनता को भारत के गौरवशाली धार्मिक और आध्यात्मिक इतिहास से जोड़ने का सराहनीय प्रयास किया है। उनके इस प्रयास से भगवान श्री कृष्ण की धर्म, राजनीति और लोक कल्याणकारी छवि से जुड़ने का मौका मिला है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए प्राचार्य डॉ सरोज गुप्ता ने अनेक पौराणिक उदाहरण देते हुए कहा कि भगवान श्री कृष्ण प्रेम, करुणा, दया, न्याय और साहस के प्रतीक है। उन्होंने अधर्म और अन्याय का नाश करने के लिए ही अवतार लिया था। उन्होंने कहा कि उनकी प्रत्येक लीला में महान दर्शन छुपे हुए हैं जिन्हें जानने की आज हमें जरूरत है। इस संबंध में उदाहरण देते हुए श्री कृष्ण की माखन-मटकी की लीला के संबंध में कहा कि माखन निकला हुआ दूध या छाछ हा बेचे जाने पर वे माखन को लूटकर बांट दिया करते थे। उनकी बाल-लीला गोपियों और अपने बालसखों के प्रेम और वात्सल्य से भरी हुई है। वहीं उन्होंने शिशुपाल का उदाहरण देते हुए अपनी सहनशीलता का भी परिचय दिया तथा सुदामा प्रसंग से मित्रता का चरित्र भी स्पष्ट किया है। प्राचार्य डॉ सरोज गुप्ता ने उपस्थित छात्र-छात्राओं और महाविद्यालय परिवार से आव्हान किया कि यदि अपने जीवन को बदलना है तो कृष्ण के चरित्र को जानना शुरू कर दें। उन्होंने जिस तरह से दया, प्रेम, करुणा, न्याय और साहस को जिया है वही वास्तव में मानव जीवन है।
कार्यक्रम का संचालन करते हुए डॉ अमर कुमार जैन ने कहा कि दुनिया के आध्यात्म का कोई भी पहलू श्रीकृष्ण से अछूता नहीं है। भाई-बहन का पवित्र त्यौहार रक्षाबंधन भी भगवान श्री कृष्ण की ही देन है। उनके दर्शन से धर्म, समाज, राजनीति और सांस्कृतिक चेतना देखने और सीखने को मिलती है। कार्यक्रम के अंत में उन्होंने सभी उपस्थितजनों के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित की।

कार्यक्रम के बाद अतिथियों ने स्वतंत्रता दिवस परेड में सराहनीय प्रदर्शन पर सम्मान पाने वाली एनसीसी की कैडेट्स को महाविद्यालय परिवार की ओर से सम्मानित किया तथा महाविद्यालय परिसर में वृक्षारोपण करते हुए प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के एक पेड़ माँ के नाम संदेश का भी प्रसार किया।
कार्यक्रम में प्रमुख रूप से डॉ शुचिता अग्रवाल, डॉ संदीप सबलोक, डॉ अंकुर गौतम, डॉ संदीप तिवारी, डॉ वसुंधरा गुप्ता, डॉ मुन्नालाल सूर्यवंशी, चंदन सिंह, डॉ शैलेंद्र राजपूत, सीपी सिंह, राकेश सैनी, देवकृष्ण नामदेव, अरविंद यादव, प्रमोद सेन, डॉ अंजलि तिवारी, डॉ भानुप्रिया पटेल, डॉ शिखा चौबे, रोशनी चौधरी, डॉ संजय राय, दीपक जैन, सुनील प्रजापति, अनिल मेहरोलिया, भगवानदास कोष्टी, कीर्ति रैकवार, शैलेंद्र शर्मा, हरिनारायण व्यास, देवेंद्र टंडन लक्ष्मी मिश्रा समेत महाविद्यालय के शिक्षक, कर्मचारी एवं छात्र-छात्राओं की बड़ी संख्या में उपस्थिति रही।

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