जबलपुर, यशभारत। जबलपुर पहुंचे केन्द्रीय मंत्री कौशल किशोर ने कहा कि पता नही कब मेरा बेटा नशे की गिरफ्त में चला गया और उसकी जान चली गई , मैंने अपने इन्हीं हाथों से उसकी चिता को आग दी थी तभी से कसम खा ली है कि अब युवाओं को नशे की गिरफ्त में नही आने दूंगा …ये कहना है केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर का। एक दिवसीय दौरे पर जबलपुर पहुंचे केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मैंने अपने बेटे आकाश किशोर को नशे की वजह से ही खोया था। मैं सांसद- मंत्री मेरी पत्नी विधायक इसके बाद भी हम अपने बेटे आकाश को खो दिया उसे नही बचा पाए।
केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर ने कहा कि देश में हर साल 20 लाख लोगों की नशे से मौत हो रही है, यह नशा शराब,गांजा भांग के अलावा चरस, अफीम और ड्रग्स का है जिसकी जकड़ में युवा तेजी से जा रहे हैं। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि अंग्रेजों द्वारा साजिशन भारत में लाए गए नशे को खत्म करना अब बेहद जरूरी हो गया है। केंद्रीय मंत्री का कहना है कि 31 दिसंबर से 1 जनवरी याने 2 दिनों में 10 करोड़ लोगों को नशा मुक्ति का संकल्प करवा रहा हूं।
नशा मुक्ति अभियान चला रहे केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर का कहना है कि मध्यप्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती का मैं स्वागत करता हूं कि वह शराब दुकानों के खिलाफ मोर्चा खोली हुई हैं और नशा विरोधी अभियान चला रही हैं, उमा भारती जो कर रही है बिल्कुल ठीक कर रही है।