मेडिकल में आयुष्मान योजना प्रोत्साहन राशि को लेकर विवाद: लिपिकों ने कहा प्रोत्साहन राशि मिले, डीन ने कहा नियम ही नहीं है
जबलपुर, यशभारत। नेताजी सुभाषचंद्र मेडिकल कॉलेज चिकित्सालय में आयुष्मान प्रोत्साहन राशि को लेकर पैरामेडिकल स्टाफ और लिपिक वर्ग में विवाद छिड़ गया है। आयुष्मान की राशि सिर्फ पैरामेडिकल स्टाफ को मिलने से खफा लिपिक संवर्ग ने इसका विरोध किया है। लिपिकों ने मेडिकल डीन प्रदीप कसार से मुलाकात कर प्रोत्साहन राशि दिए जाने को कहा है। लिपिकों का कहना है कि आयुष्मान योजना के तहत सारे काम वे भी कर रहे हैं फिर भी उन्हें प्रोत्साहन राशि से वंचित रखा जा रहा है।
इधर मेडिकल डीन प्रदीप कसार ने लिपिकों की मांग को अनसुना करते हुए दो टूक कहा कि शासन से जब नियम ही नहीं है तो फिर कैसे प्रोत्साहन राशि दी जाए। मालूम हो कि आयुष्मान योजना के तहत मेडिकल पैरामेडिकल स्टाफ के डाक्टर, टैक्निशियन सहित सभी को शासन द्वारा सैलरी के अलावा एक्सट्रा के रूप में ये प्रोत्साहन राशि दी जा रही है । जो लगभग टैक्नीशियन को 16 हजार रुपए और डाक्टर को 40 से 50 हजार रुपए तक और सिनियर या विभागाध्यक्ष को 1 से 2 लाख रुपए तक जा रही है।
बिल बनाने काम कर रहे लिपिक
म.प्र.स्वास्थय कर्मचारी संघ जबलपुर के अध्यक्ष संजय गपुजराल का कहना है कि बिल बनाने से लेकर आयुष्मान योजना की सारी जानकारियां फीड करना लिपिकों का काम होता है। बाबजूद मेडिकल प्रबंधन मान रहा है कि यह काम नहीं होता है। पैरामेडिकल स्टाफ का अलग काम है लिपिको का अलग।