जबलपुरमध्य प्रदेश

मन्नत की महामाई का दिव्य दरबार : 783 कलश खप्पर से सजा है नक्खी माता का दरबार 

मंडलाl शहर से लगभग 20 किलो मीटर की दूरी पर निवास रोड में ग्राम बकौरी से लगी पहाड़ी पर नक्खी माता का प्रसिद्ध प्राचीन मंदिर है जहां दूर-दूर से और दूसरे प्रदेशों से भी श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैंl

 

चैत्र मास की नवरात्रि पर्व पर प्रतिवर्ष यहां पर श्रद्धालुओं के द्वारा घी और तेल के कलश खप्पर यहां की समिति के माध्यम से बोए जाते हैं। इस नवरात्रि पर्व पर नक्खी माता के दरबार में 783 श्रद्धालुओं ने घी और तेल के कलश सजाए हैं इस श्रद्धालुओं में स्थानीय, जिले भर के, अन्य जिले और अन्य प्रदेश के श्रद्धालु शामिल हैं प्रतिदिन यहां पर सैकड़ो श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं।

 

 

लोगों की मान्यता है कि यहां पर नक्खी माता के मंदिर में आकर जो भी श्रद्धालु मन्नत मांगते हैं देवी मां उनकी मन्नतें जरूर पूरी करती हैं और मन्नत पूरी होने पर श्रद्धालु मंदिर में प्रसाद चढ़ाते हैं, मंदिर को दान दक्षिणा भेंट आदि देकर जाते हैं इसी नवरात्रि पर्व में श्री राम नारायण तिवारी देवदरा मंडला के द्वारा सोने का हार माता के दरबार को अर्पित किया गया है एवं 53 किलो का पीतल का घंटा किसी श्रद्धालु द्वारा अर्पण किया गया है।

 

रामनवमी के दिन यहां का जवारे विसर्जन का कार्यक्रम बहुत ही भव्य और मनमोहक होता है इस वर्ष नवरात्रि पर्व के सप्तमी तिथि को स्थानीय लोगों के द्वारा नृत्य प्रतियोगिता आदि का भी कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। नक्खी माता मंदिर के परिसर में एक शिक्षक द्वारा स्थापित शनि नौ ग्रह मंदिर भी अपनी सुंदरता और आकर्षण कला के लिए ख्याति प्राप्त कर रहा है।

 

जहां पर शनि सिंगनापुर से स्पर्श एवं प्राण प्रतिष्ठा कराकर शिला को स्थापित किया गया है साथ ही मंदिर में भव्य और सुंदर शनि मूर्ति नौ ग्रह मूर्तियों के साथ विराजित हैं। मंदिर में स्थापना के समय से अखंड ज्योति प्रज्वलित है। मंदिर समिति के अध्यक्ष प्रमोद गुप्ता मान्यता के आधार पर बताते हैं कि गांव मे जब सदियों पूर्व लुटेरा द्वारा आक्रमण किया गया था तब माता पहाड़ी से प्रगट होकर भक्तो को सूचित कर उनकी रक्षा कर मूर्ति रूप मे स्थापित हो गई थीं इससे क्रोधित होकर दानव रूपी लुटेरे माता की नाक काट दिए थे इसी कारण से माता का नाम नक्खी माता के नाम से प्रसिद्ध हुआ। इस नवरात्रि पर्व पर भी श्रद्धालुओं का तांता लगा हुआ है और रामनवमी के दिन विशाल जवारे यात्रा का आयोजन होगा।

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