मजबूरी : कीचड़ से सने रास्ते से स्कूल जाने पर मजबूर नौनिहाल
बच्चो ने दी चेतवानी रोड नही तो नही जाएंगे स्कूल, किया पंचायत का घेराव
नैनपुर | जहां एक ओर नेता विकास की बातें करते थकते नहीं। और तो और देश में हर शहर में अब सड़कों का जाल फ़ैल चुका है लेकिन वहीं नैनपुर विकासखंड के अंर्तगत आने वाले ग्राम मक्के में एक ऐंसा नजारा देखने मिला जिससे सभी हैरान हो गए। स्कूल के बच्चे अपने हक के लिए कीचड़ से सने कपड़ों में पंचायत का घेराव करने को मजबूर हो गए। कीचड़ से सने इस रास्ते को लेकर स्कूली बच्चों का कहना है कि वे एक से डेढ़ किमी. दूर ग्राम मोहगांव, गोराछापर से 25 से 30 बच्चे ग्राम मक्के स्कूल में पढ़ने के लिए रोजाना कीचड़ से सने रास्ते से पैदल आने जाने पर मजबूर हैं।
कीचड़ भरे रास्ते से आने जाने से उनके कपड़े कीचड़ में सन जाते हैं ऐसा कोई दिन नहीं है कि हमारे कपड़े खराब ना हों इस रोड में गंदगी का आलम अलग ही नजर आता है क्योंकि इस ग्राम के ग्रामवासी खुले में आम रास्ते के बाजू में शौच के लिए बैठ जाते हैं। बच्चों का कहना है कि अब हम इस आलम में कैसे स्कूल जाएं। इसी समस्या को लेकर हमने पंचायत में ज्ञापन देना चाहा तो पंचायत में कोई मौजूद नही था। सचिव मीटिंग में थे, सरपंच भी नहीं थे इसलिए हमें मजबूरी में धरना देना पड़ा। सचिव के आने पर उनके सामने अपनी मांग रखी और जल्द समस्या का निराकरण करने को कहा। साथ में यह भी चेतावनी दी कि अगर समस्या का जल्द निराकरण नहीं किया गया तो हम स्कूल आना बंद कर देंगे और रोड जाम करेंगे क्योंकि कीचड़ भरा रास्ता होने के कारण छोटे बच्चे भी स्कूल नहीं आ पा रहे हैं।
इनका कहना है….
कीचड़ भरा रास्ता होने के कारण आते जाते नहीं बनता रोज परेशानियां होती है और तो और कपड़े भी खराब हो जाते हैं ।
छात्रा कु. सरला विश्वकर्मा