कटनीजबलपुरमध्य प्रदेश

बारात देरी से पहुंची तो हुआ जमकर विवाद, दूल्हे के बड़े पिता को आई चोट  : मौत

 

बरही/कटनी, यशभारत। बारात देरी से पहुंची तो विवाद इतना बढ़ा की जमकर लाठियां चली। दूल्हे के बड़े पिता को चोट आई, जिन्हें बचाने के लिए वाहन में बैठाकर हॉस्पिटल पहुंचाया गया, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। बारात में मारपीट की यह वारदात पड़ोसी जिला उमरिया के इंदवार थाना के अमरपुर चौकी क्षेत्र के ग्राम सलैया की है। मृतक का पोस्टमार्टम कराने के उपरांत मर्ग कायम कर पुलिस जांच में जुट गई है।

 

बरही के डीघी गांव से गई थी बारात

सोमवार की रात बरही क्षेत्र के ग्राम डीघी निवासी सोनेलाल पटेल के पुत्र मुकुल पटेल का विवाह कराने बारात सलैया गई हुई थी, जहां बारात देरी से पहुंचने पर कहा-सुनी इतनी बढ़ी की मारपीट की नोबत आ गई। बीच-बचाव में पहुंचे दूल्हे के बड़े पिता सेवानिवृत शिक्षक 64 वर्षीय सभापति पिता रामविशाल पटेल निवासी डीघी के ऊपर भी आक्रोशित लोगों ने हमला कर दिया, जिन्हें घायल अवस्था में उनके पुत्र अपने चार पहिया वाहन में बैठाकर चलने लगे तो आक्रोशित लोगों ने वाहन में भी हमला कर दिया। बरही अस्पताल पहुंचने पर घायल सभापति को मृत घोषित कर दिया।

वाहन से भी दबने की चर्चा

बरही अस्पताल में यह भी चर्चा चल रही थी कि मृतक के पुत्र अपने पिता सभापति को घायल अवस्था मे वाहन में बैठाकर ला रहे थे, तभी वे वाहन बैंक करते समय गिर गए और चपेट में आने से उनकी मौत हो गई।

उमरिया पुलिस भी पहुंची थी बरही अस्पताल

इस पूरे घटनाक्रम की पड़ताल के लिए उमरिया जिले की पुलिस भी बरही अस्पताल पहुंची हुई थी। अमरपुर चौकी पुलिस के साथ ही एसडीओपी नागेंद्र प्रताप सिंह भी पहुँचे हुए थेए जो पूरे घटनाक्रम की गम्भीरता से जांच करने के निर्देश विवेचक को दिए है। वही बरही थाना पुलिस भी पंचनामा कार्यवाई उपरान्त पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौप दिया।

हत्या या हादसा

मृतक सभापति की मौत हादसा है या मारपीट होने, चोट लगने की वजह से मौत हुई है, इस बात का खुलासा पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही होगा। बहरहाल शादी की खुशियां दोनों ही पटेल परिवार गम में तब्दील हो गया। डीघी में मातम पसरा हैए तो सलैया गांव में सन्नता पसरा हुआ है। बहरहाल विवेचना उपरान्त ही पूरे घटनाक्रम की स्थिति स्पष्ट होगी। पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।

बिन ब्याहे लौटी बारात

रात के करीब 2 बजे मृतक सभापति की मौत होने की खबर मिलते ही पूरी बारात बिन ब्याहे ही लौट आई। बताया गया है कि जब बारात रात करीब साढ़े 12 बजे द्वार पर पहुंची और जयमाला हो रहा था, तभी विवाद हुआ।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button