प्रहलाद पटेल या राकेश सिंह हो सकते कटनी के प्रभारी मंत्री, 10 अगस्त से पहले मंत्रियों को सौंप दिए जाएंगे जिले के प्रभार
प्रभारी मंत्रियों की नियुक्तियों पर दिल्ली की तरफ से Ok
कटनी, यशभारत। मंत्रियों को अब जिलों का प्रभार देने का समय आ गया है। 10 अगस्त के पहले सीएम मोहन यादव अपने सहयोगियों को जिलों की जिम्मेदारी सौंप सकते हैं। सूत्र बता रहे हैं कि कटनी जैसे महत्वपूर्ण जिले की जिम्मेदारी प्रहलाद पटेल या राकेश सिंह को सौंपी जा सकती है। दोनों ही नेता कटनी के पड़ोसी जिलों से मंत्री होने के साथ कटनी जिले की सियासत से सीधा जुड़ाव रखते हैं। यहां की तमाम परिस्थितियों की समझ दोनों ही नेताओं को है, ऐसे में पूरी संभावना व्यक्त की जा रही है कि प्रहलाद या राकेश आगामी 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के मुख्य समारोह में ध्वजारोहण कर सकते हैं।
गौरतलब है कि गत वर्ष 13 दिसंबर को मोहन यादव ने मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद 30 दिसंबर को सरकार के मंत्रियों को विभाग आवंटित किए थे। नई सरकार का गठन होने के लगभग सात माह बाद प्रदेश के जिलों में प्रभारी मंत्रियों को नियुक्त करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। किस मंत्री को कौनसा जिला दिया जाएगा, इसकी सूची भी लगभग तैयार हो चुकी है। मंत्रियों को जिले का प्रभार देने के मामले में मुख्यमंत्री ने केंद्रीय नेतृत्व को भी सूचित कर दिया है। केंद्रीय नेतृत्व की मोहर लगने के बाद सीएम 10 अगस्त से पहले मंत्रियों को उनके जिले का प्रभार आवंटित कर देंगे ताकि वे 15 अगस्त को अपने-अपने जिले में झंडा वंदन कर सकें। सूत्र बताते है की प्रदेश के दोनों डिप्टी सीएम में से एक को इंदौर का प्रभारी मंत्री बनना लगभग तय माना जा रहा है। इसी प्रकार नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय को भोपाल जिले का और प्रहलाद पटेल या राकेश सिंह में से किसी को कटनी जिले का प्रभारी मंत्री बनाने के पूरे चांस नजर आ रहे है।
अमित शाह ने प्रभारी मंत्रियों की सूची पर लगाई मोहर
प्रदेश भाजपा में सत्ता और सगंठन के बीच बेहतर तालमेल बनाए रखने को लेकर अब मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने प्रभारी मंत्रियो की लिस्ट जारी करने तैयारी कर ली है। सूत्रों के मुताबिक पिछले दिनों मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव नामों की लिस्ट लेकर दिल्ली गए थे। सूची पर चर्चा के बाद गृहमंत्री अमित शाह ने ओके कर दिया। अमित शाह की मुहर लगने के बाद मुख्यमंत्री डॉण् यादव की प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा और संगठन महामंत्री हितानंद के चर्चा हुई। बैठक में तय हुआ कि 15 अगस्त से पहले प्रभारी मंत्रियों की लिस्ट जारी कर दी जाएगी। प्राप्त जानकारी के मुताबिक प्रदेश के बड़े जिलों के प्रभार वरिष्ठ मंत्रियों को दिए जाएंगे।
इस बार कई मंत्रियों को मिलेंगे एक से ज्यादा जिलों के प्रभार
वत्र्तमान में मोहन यादव सरकार में कैबिनेट और राज्य मंत्रियों को मिलाकर 31 मंत्री है, जिसमे 21 कैबिनेट मंत्री और 10 राज्यमंत्री है। इसी प्रकार मप्र में 55 जिले है। इस हिसाब से कई मंत्रियों को एक से अधिक जिलों का प्रभार देना तय है। पिछले बार भी ऐसा ही हुआ था। शिवराज सरकार में कैबिनेट और राज्य मंत्रियों को मिलाकर कुल 30 मंत्री थे, जबकि जिले 52 थे। इसलिए कई मंत्रियों को दो-दो जिलों का प्रभार दिए गए थे। जबकि पूर्व गृह नरोत्तम मिश्रा, पूर्व पंचायत मंत्री महेंद्र सिसोदिया, भूपेंद्र सिंह और ओपीएस भदौरिया समेत 8 मंत्रियों को एक-एक जिले का प्रभार दिया गया था। इस बार स्थिति दूसरी है। मोहन सरकार में 30 मंत्री और 55 जिले है। अब देखने वाली बात यह है की किन किन मंत्रियो को कितने जिले मिलते है।
देवड़ा इस सरकार में डिप्टी सीएम, पहले थे कटनी के प्रभारी
मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव प्रभारी मंत्रियों की सूची को गुप्त रख रहे हैं। शिवराज सरकार में वित्तमंत्री जगदीश देवड़ा को ग्वालियर के साथ कटनी जिले का प्रभार सौंपा गया थाए इस सरकार में देवड़ा डिप्टी सीएम हैं। संभावना है कि उन्हें ग्वालियर, सागर, उज्जैन या भोपाल के नजदीकी किसी जिले का प्रभार सौंपा जा सकता है।
सात महीने हो गए न प्रभारी मंत्री न जिला योजना समिति
प्रदेश में मोहन यादव की सरकार बने 7 महीने हो गए लेकिन अभी तक ना तो प्रभारी मंत्री बनाए गए और न हीं जिला योजना समिति का गठन हो पाया है। जिला योजना समिति में 20 सदस्य होते हैं। जिला योजना समिति के पदेन अध्यक्ष प्रभारी मंत्री और कलेक्टर पदेन सचिव रहते है। बताया गया है की जिलों में प्रभारी मंत्रियों की नियुक्ति के बाद जिला योजना समिति का गठन भी कर दिया जाएगा। जिला स्तर पर बनाई जाने वाली समिति का मुख्य कार्य नगर पालिकाओं द्वारा तैयार की गई योजनाओं को समेकित करना और जिले के लिए एक मसौदा विकास योजना तैयार करना है । सूत्र बताते है की प्रभारी मंत्रियों की नियुक्ति के बाद निगम मंडलों और प्राधिकरणों में भी नेताओं की नियुक्ति कर दी जाएगी। नियुक्ति के लिए संगठन स्तर पर काम चल रहा है।