पेंच नेशनल पार्क से लगे ग्रामो मे बाघों के हमले कम करने का प्रयास : रुखड़ क्षेत्र में 200 और अरी क्षेत्र में छोड़े जाएंगे 100 चीतल
सिवनी यश भारत lजिले के पेंच नेशनल पार्क के बफर क्षेत्र से लगे गांवों में बाघों के हमले को कम करने के लिए मध्यप्रदेश शासन ने पेंच के अधिक चीतल घनत्व वाले क्षेत्र से 200 चीतल रुखड परिक्षेत्र व 100 चीतल अरी परिक्षेत्र भेजने की अनुमति दी है। रुखड व अरी परिक्षेत्र में चीतलों की संख्या बढ़ने से वनों के भीतर बाघों के लिए भोजन की उपलब्धता बढ़ेगी।
और इन परिक्षेत्र के समीप बसे गांव से लगे वन क्षेत्र व राजस्व क्षेत्र में बाघों से होने वाली पशुहानि प्रकरणों में कमी आ सकेगी। गुमतरा परिक्षेत्र के अधिक चीतल घनत्व वाले क्षेत्र से 60 चीतलों को दो अलग-अलग वाहनों से अरी परिक्षेत्र में ले जाकर मुक्त किया गया।
इन स्थानों पर भेजे जा चुके हैं चार हजार से ज्यादा चीतल:-
पेंच नेशनल पार्क चीतलों के घनत्व की दृष्टि से न केवल मध्य प्रदेश बल्कि भारत के अग्रणी टाइगर रिजर्व में से एक है। चीतलों की अधिक संख्या बाघों की बड़ी संख्या के प्रबंधन में अत्यंत मददगार है। वहीं दूसरी ओर चीतलों के अत्यधिक घनत्व का कुप्रभाव घास मैदानों की गुणवत्ता पर भी पड़ता है। इसी दृष्टि से मध्यप्रदेश वन विभाग पेंच और मध्य प्रदेश के अन्य अधिक चीतल घनत्व वाले क्षेत्र से चीतलों को ऐसे वन क्षेत्र में हस्तांतरित करता है जहां उनकी संख्या अत्यधिक कम है। मध्य प्रदेश के एक वन क्षेत्र से दूसरे वन क्षेत्र में आठ हजार से अधिक संख्या में चीतल हस्तांतरित किए जा चुके हैं। इनमें से चार हजार से अधिक संख्या में चीतल मात्र पेंच टाइगर रिजर्व से सतपुड़ा टाइगर रिजर्व, कुनो राष्ट्रीय उद्यान और नौरादेही अभयारण्य सहित अन्य स्थानों पर भेजे जा चुके हैं।
पेंच नेशनल पार्क के डिप्टी डायरेक्टर रजनीश कुमार सिंह ने बताया की बाघों के लिए गुमतरा से पकड़कर अरी परिक्षेत्र में 100 व रुखड़ परिक्षेत्र में 200 चीतल छोड़े गए हैं। अब तक कूनो राष्ट्रीय उद्यान सहित अन्य राष्ट्रीय उद्यानों में 4 हजार से अधिक चीतल भेजे जा चुके हैं।