बहनों के सिंदूर मिटाने वालों के हेडक्वॉर्टर को सेना ने किया नेस्तनाबूद- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार रात राष्ट्र के नाम संबोधन में भारतीय सेना के बेहद सफल ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच हुए युद्धविराम समेत कई मुद्दों पर बोल रहे हैं। पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले ने देश को झकझोर दिया था, जिसमें आतंकियों ने धर्म पूछकर 25 भारतीयों तथा एक नेपाली नागरिक की हत्या कर दी थी। इसके बाद भारत ने जवाबी कार्रवाई करते हुए सेना ने 7 मई को ऑपरेशन सिंदूर को अंजाम दिया। इसमें पीओके और पाकिस्तान में आतंकियों के 9 लॉन्च पैड और पाकिस्तान के सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया गया। ऑपरेशन सिंदूर में कम-से-कम 100 पाकिस्तानी आतंकवादी और 30 से 40 पाकिस्तानी सैनिकों मारे गए।
सेना, खुफिया एजेंसियों और वैज्ञानिकों को सलाम
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के लिए भारतीय सेना, खुफिया एजेंसियों और वैज्ञानिकों को प्रत्येक देसवासी की ओर से सलाम करता हूं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत आतंकवाद के आकाओं और उनको संरक्षण देने वाली सरकार को अलग अलग नहीं देखेगी। उन्होने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ भारतीय सेना की कार्रवाई से दुर्दांत आतंकवादी मारे गये। इनका संबंध में दुनियाभर की आतंकवादी घटनाओं से था। उन्होंने कहा कि सेना की कार्रवाई में आतंक के अड्डों का ध्वस्त किया गया। उन्होंने कहा कि सेना ने पाकिस्तान के सीने पर वार किया। मोदी ने कहा कि बुरी तरह से पिटने के बाद 10 मई की दोपहर को पाकिस्तान के डीजीएमओ ने भारत के डीजीएमओ को फोन किया और कार्रवाई रोकने का अनुरोध किया। उन्होंने कहा कि इसके बाद आतंकवाद खिलाफ कार्रवाई रोकी गई है, लेकिन बंद नहीं की गई है।
उन्होंने कहा कि निश्चित तौर पर यह समय युद्ध का नहीं है लेकिन यह आतंकवाद का भी नहीं है। उन्होंने कहा कि यह आतंकवाद एक दिन खुद ही पाकिस्तान को समाप्त कर देगा। पाकिस्तान को अगर बचना है तो आतंक के ढांचे को खत्म करना ही होगा। मोदी ने कहा कि खून और पानी एक साथ नहीं बह सकते। प्रधानमंत्री ने विश्व समुदाय को संबोधित करते हुए कहा कि शांति का मार्ग भी शक्ति से होकर जाता है। पाकिस्तान के साथ बातचीत आतंकवाद और उसके कब्जे वाले कश्मीर पर होगी। उन्होंने कहा कि ऐसी परिस्थिति में भारत का शक्तिशाली होना जरूरी है।