पिंकी सिटी अग्रि हादसा: कल जहां शोर शराबा था, आज वहां छाया रहा सन्नाटा
जबलपुर, यशभारत। बिलहरी की पिंक सिटी कॉलोनी शायद ही कोई भूल पाएगा, तीन हंसती-खेलती जिंदगियां आग में दफन हो गई। कल तक जिस कॉलोनी में शोर-शाराबा हुआ करता था आज वहां सन्नाटा पसरा था। कॉलोनी के प्रत्येक घर के सदस्य गमगीन था। कॉलोनी में सुबह का नजारा देखने में ऐसा लग रहा था कि यहां सालों से कोई नहीं रह रहा है, यहां की खुशियां जैसे लोगों से बहुत दूर चली गई हों।
मालूम हो कि गुरुवार 5 अगस्त की देर रात 2.30 बजे के लगभग पिंक सिटी गेट नंबर तीन के अंदर बीच कॉलोनी में मकान नंबर 78 में लगी आग ने तीन लोगों की जान ले ली। मकान रेलवे के दफ्तर में तैनात प्रोटोकॉल इंस्पेक्टर आदित्य सोनी का है। गुरुवार रात को वह घर पर थे। भूतल सहित प्रथम मंजिल का ये मकान बना है। भूतल में उनकी 70 साल की मां कैंसर पीडि़ता अरुणबाला सोनी किचन के सामने लगे बेडरूम में सो रही थी। वहीं आदित्य, उनकी पत्नी नेहा सोनी (32), भोपाल निवासी बहन रितु सोनी (37) भांजी परी उर्फ धनविस्टा सोनी ( 7) पहली मंजिल पर सो रहे थे।
बचाना मुश्किल हो जाता फिर
कॉलोनी के लोगों ने हादसे में और भी लोगों की जान जा सकती थी अगर मौके पर कॉलोनी के लोग मदद के लिए नहीं आते है। सभी ने अपने तरीके से मदद की और 70 वर्षीय अरुणबाला सोनी और उनके बेटे को बचा लिया गया। े हालांकि मासूम सहित तीन मौत से सभी दुखी थे। बोले कि अभी तक कॉलोनी में ऐसी कोई घटना नहीं हुई थी। रात के वो पल अब भी आंखों के सामने तैर जा रहा है।
सांसद-विधायक ने पूछा हालचाल
सांसद राकेश सिंह और केंट विधायक अशोक रोहाणी ने अस्पताल पहुंचकर हादसे के बाद बीमार हुई रेलवे प्रोटोकाल इंस्पेक्टर की मां अरूणबाला सोनी से हाल चाल पूछा। इस दौरान सांसद-विधायक ने पीडि़त परिवार को सात्ंवना देते हुए कहा कि इस दुखद खड़ी में हम उनके साथ है।
आग की लपटों में झुलस चुकी थी परिवार की खुशियां
आग बुझी तो बालकनी की गैलरी में बने पूजास्थल के पास मासूम परी उर्फ धनविस्टा और उसे आखिरी दम तक बचाने की कोशिश में सीने से चिपकाए मां रितु (37) की लाश पड़ी थी। बाथरूम में आदित्य सोनी की पत्नी नेहा सोनी (32) मृत हालत में पड़ी थी। उनके हाथ व शरीर पर हल्के फफोले पड़े थे।