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पहले बशीर फिर रजा, नूर और अब पंजवर, विदेश में चुन-चुन कर मारे जा रहे हैं भारत विरोधी आतंकी


पाकिस्तान में बैठकर आतंकी नेटवर्क चलाने वाले खालिस्तान कमांडो फोर्स के सरगना परमजीत सिंह पंजवर की शनिवार को लाहौर में गोली मारकर हत्या कर दी गई. पंजवर जब मॉर्निंग वॉक कर रहा था जो तभी जब दो बंदूकधारी वहां पहुंचे और उस पर गोलियां बरसा दी. पंजवर को पाकिस्तानी सरकार ने सुरक्षा मुहैया कराई थी इसके बावजूद भी उसकी हत्या हो गई. हालांकि इस दौरान पंजवर के सुरक्षाकर्मियों ने भी जवाबी कार्रवाई की एक एक हमलावर को मार गिया जबकि दूसरा घायल हो गया.

विदेश में मारे जा रहे हैं आतंकी

पंजवर ही नहीं विदेश में कई भारत विरोधी आतंकी हाल के दिनों में विदेश में मारे गए हैं. इनमें पाकिस्तान और अफगानिस्तान में इन भारत विरोधी आतंकवादियों की हत्या हो चुकी है, तो आईए नजर डालते हैं कब-कब विदेश में निशाना बने भारत विरोधी आतंकवादी-

20 फरवरी, बशीर अहमद पीर उर्फ इम्तियाज- जम्मू कश्मीर के कुपवाड़ा जिले के रहने वाले बशीर अहमद पीर उर्फ इम्तियाज आलम की पाकिस्तान में अज्ञात हमलावर ने गोली मारकर हत्या कर दी. हिजबुल मुजाहिदीन के लॉन्चिंग कमांडर रहे बशीर अहमद पीर उर्फ इम्तियाज आलम को रावलपिंडी में गोलियों से भून दिया गया था. पिछले ही साल भारत सरकार ने उसे आतंकी घोषित किया था.  वह रावलपिंडी में बैठकर ही जम्मू कश्मीर में घुसपैठ करने वाले आतंकियों के लिए रसद और अन्य संसाधन उपलब्ध कराने का काम करता था.

हिजबुल आतंकी बशीर अहमद पीर की रावलपिंडी में हत्या, जम्मू कश्मीर के कुपवाड़ा  का था निवासी - terrorist basheer ahmed peer killed rawalpindi pakistan  kupwara ntc - AajTak

(बशीर अहमद पीर उर्फ इम्तियाज)

22 फरवरी, एजाज अहमद अहंगर – आतंक की किताब कहे जाने वाला एजाज अहमद अहंगर की 22 फरवरी, 2023 को अफगानिस्तान के काबुल में हत्या कर दी गई.  भारत में इस्लामिक स्टेट (आईएस) को फिर से शुरू करने में जुटा एजाज अल कायदा के भी संपर्क में था. 1996 में कश्मीर की जेल से छूटने के बाद वह पाकिस्तान भाग गया और फिर वहां से अफगानिस्तान चले गया. भारत सरकार ने ने उसे मोस्ट वांटेड आतंकी की सूची में रखा था. अहंगर का जन्म 1974 में श्रीनगर के नवाकदल  में हुआ था. उसका अल-कायदा और अन्य वैश्विक आतंकी संगठनों से निकट संबंध था.

भारत सरकार ने एजाज अहंगर को नामित आतंकी घोषित किया.

(एजाज अहमद अहंगर)

26 फरवरी, सैयद खालिद रजा- पाकिस्तान में अल बद्र के पूर्व कमांडर सैयद खालिद रजा की गोली मारकर हत्या कर दी गई. अल बद्र एक कट्टर संगठन है, जो कश्‍मीर में आतंकियों को ट्रेंड कराता था. सैयद खालिद रजा की कराची में उसके घर के बाहर ही अज्ञात व्यक्ति ने गोली मारकर हत्या कर दी थी. शूटर ने रजा के सिर पर गोली मारी थी.वह कश्मीर में आतंकवाद फैलाने में सक्रिय था.

अल बद्र के पूर्व कमांडर खालिद रजा की पाकिस्तान में गोली मारकर हत्या, एक  हफ्ते में दूसरे बड़े आतंकी की मौत - former commander of terrorist group Al  Badr shot dead in Pakistan After Imtiaz Alam from Hizbul ntc - AajTak

(सैयद खालिद रजा)

4 मार्च, 2023- भारत की वांछित आतंकवादियों की सूची में शामिल सैयद नूर शालोबर को पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा इलाके में अज्ञात बंदूकधारियों ने मार डाला था। शालोबार पाकिस्तानी सेना और खुफिया एजेंसी आईएसआई के साथ मिलकर कश्मीर में आतंकवाद फैलाने का काम करता था और नए आतंकियों की फौज को ट्रेंड करता था.

कौन था पंजवर

परमजीत सिंह पंजवर का जन्म 1960 में पंजाब के तरनतारन स्थित पंजवर गांव में हुआ था. 1986 में चचेरे भाई की हत्या के बाद वह खालिस्तान कमांडो फोर्स में शामिल हो गया. इससे पहले वह सोहल में केंद्रीय सहकारी बैंक में नौकरी करता था. जब भारत सरकार ने आतंकवादियों के खिलाफ एक्शन लेना शुरू किया तो वह 1992 में पाकिस्तान भाग गया.वह भारत में लूट, हत्या, आतंकी हमले में शामिल रहा और ऑपरेशन ब्लू स्टार के दौरान सेना प्रमुख जनरल अरुण वैद्य की हत्या भी शामिल था. 30 साल से वांछित चल रहे पंजवर पर सरकार ने पांच लाख रूपये का इनाम घोषित कर रखा था.

खालिस्तानी आतंकी परमजीत सिंह की हत्या, लाहौर में अज्ञात हमलावरों ने मारी  गोली - terrorist and Khalistan Commando Force chief Paramjit Singh Panjwar  gunned down by two unidentified gunmen ...

पाकिस्तान से चला रहा था संगठन

परमजीत वर्तमान में पाकिस्तान के लाहौर में ही रहकर काम कर रहा था. वह पाकिस्तान में युवाओं के लिए हथियारों की ट्रेनिंग की व्यवस्था कर रहा था. साथ ही भारत में VIPs पर हमला करने के लिए हथियारों और गोला-बारूद की आपूर्ति करता था. वह अल्पसंख्यकों को भारत सरकार के खिलाफ भड़काने के उद्देश्य से रेडियो पाकिस्तान पर देशद्रोही और अलगाववादी कार्यक्रम प्रसारित कर रहा था. वह ड्रग्स की तस्करी में भी सक्रिय था और तस्करों व आतंकवादियों के बीच एक प्रमुख माध्यम था.

Yash Bharat

Editor With मीडिया के क्षेत्र में करीब 5 साल का अनुभव प्राप्त है। Yash Bharat न्यूज पेपर से करियर की शुरुआत की, जहां 1 साल कंटेंट राइटिंग और पेज डिजाइनिंग पर काम किया। यहां बिजनेस, ऑटो, नेशनल और इंटरटेनमेंट की खबरों पर काम कर रहे हैं।

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