पंडा के बाप की परिवार वालों ने ही कर दी हत्या : परिजनों का आरोप-जादू-टोने के शक में भतीजा और नाती रखते थे नफरत

जबलपुर, यशभारत। माढोताल के रैयाखेड़ा में 70 वर्षीय नेतराम अहिरवार रिटायर फैक्ट्री कर्मी की हत्या मामले में परिजनों ने सनसनीखेज खुलासे किए है। मृतक के परिजनों का आरोप है कि जादू-टोने के शक में परिवार वालों ने ही हत्या की है। मृतक के बेटे का आरोप है कि नाती और भतीजे नफरत रखते थे और उन्हीं दोनों ने अन्य के साथ मिलकर पिता की हत्या कर दी। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
जानकारी अनुसार आधी रात तक नेतराम के घर वापस नहीं लौटने पर परिवार वालों ने तलाश किया तो वह खून से लथपथ हालत में मृत अवस्था में खलिहान के पास पड़ा मिला। नेतराम के हाथ में सीने में पेट में और पूरे शरीर में धारदार हथियार से हमले की चोट के निशान हैं। हत्या की सूचना मिलते ही टीआई रीना पांडे शर्मा सहित भारी पुलिस बल एवं एफ एसएल की टीम मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने पंचनामा कार्रवाई कर शव को पीएम के लिए भिजवा ते हुए आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है।
बच्चे नहीं होने के बाद जादू टोने की आशंका
मृतक के बेटे तुलसीराम अहिरवार ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि वारदात के दौरान उसका भाई संजीव वहां मौजूद था, जिसने बताया कि पास वाले खेत में आकाश गोटियां खड़ा था, जिसने बताया कि वारदात के दौरान वहां संदीप अहिरवार , नाती राजकुमार अहिरवार भतीजा , प्रेमानंदन गोटिया वहां मौजूद थे। पीडि़त ने बताया कि संदीप पिता का नाती और राजकुमार भतीजा लगता था जो उनके कुटुंब के ही है। राजकुमार अहिरवार के परिवार को बच्चा नहीं हो पा रहा था, जिसके कारण उसे शक था कि उनके बड़े भाई रोशन अहिरवार जो मढिय़ा के पंडा है। उसने ने ही कुछ जादू टोना किया है।
कुछ दिन पहले हुई थी लड़ाई
पीडि़त तुलसीराम अहिरवार ने बताया कि अभी नौ दुर्गा के दौरान उसके भाई रोशन ने जवारे रखे थे और विधि सहित उनका विसर्जन किया। लेकिन राजकुमार अहिरवार को शक था कि उसने ही कुछ किया है। जिसके चलते कुछ दिन पहले उसके पिता मृतक नेतराम अहिरवार से उनका झगड़ा हुआ था। लेकिन उसे क्या पता था कि जादूटोने के शक में वह उसके पिता की हत्या कर देंगे। फिलहाल पुलिस मामले की जाचं कर रही है, अब पूरी जांच के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो सकेगी।







