
केंद्र सरकार ने सोमवार को संसद में यह स्वीकार कर लिया कि नगालैंड में सेना की फायरिंग एक गलती थी। सेना की फायरिंग में 14 नागरिकों की मौत के बाद विपक्ष ने संसद में सरकार से जवाब मांगा था। गृहमंत्री अमित शाह ने लोकसभा में इस घटना पर सरकार का पक्ष रखा। उन्होंने कहा- सेना ने नागरिकों को पहचानने में गलती की। इस घटना की जांच के लिए SIT बनाई जाएगी, जो एक महीने के अंदर रिपोर्ट सौंपेगी।
4 दिसंबर को नगालैंड के ओटिंग में सेना चरमपंथियों के खिलाफ एक ऑपरेशन को अंजाम दे रही थी। सेना ने एक गाड़ी को रुकने का इशारा किया, कमांडोज को शक था कि इसमें चरमपंथी हैं। 21 कमांडोज ने फायरिंग शुरू कर दी। इस फायरिंग में 7 की मौत हो गई। घटना के विरोध में लोगों ने कमांडोज को घेर लिया और गाड़ियों में आगजनी करने लगे। एक जवान की मौत हो गई। भीड़ को संभालने के लिए की गई फायरिंग में 7 लोग और मारे गए।
लोकसभा में शाह का जवाब- हमने कड़े फैसले लिए
शाह ने कहा- हम इस घटना पर गहरा दुख जाहिर करते हैं। मृतकों के परिवारों के साथ भी हमारी संवेदना है। अब फैसला किया है कि इस तरह के ऑपरेशन करते वक्त सभी एजेंसियां यह निश्चित करेंगी कि आगे ऐसी दुर्भाग्यपूर्ण घटना न हो। इस घटना की हम जांच कर रहे हैं और शांति बनाए रखने के लिए जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं।