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नकली मेजर ने आर्मी कोबरा कैंटीन से सामान उठाने भेज दिया ट्रक : ट्रांसपोर्टर के साथ जालसाजी

गोराबाजार में पीडि़त ने की मामले की शिकायत, जांच जारी

जबलपुर, यशभारत। ट्रांसपोर्टर का व्यवसाए करने वाले एक युवक के साथ आर्मी का मेजर बनकर 10 हजार रुपए की जालसाजी का मामला सामने आया है। ट्रांसपोर्टर युवक को जालसाज ने अपनी बातों में फंसाकर रात 12 बजे कोबरा कैंटीन के पास सामान लेने के लिए बुलवा लिया। कैंटीन के बाहर खड़े होकर जालसाज और पीडि़त युवक के बीच ऑनलाइन पैसे ट्रांसफर को लेकर लंबी बातजीत हुई। इसके बाद ट्रांसपोर्टर युवक ने जालसाज के अकाउंट में दस हजार रुपए ट्रांसफर कर दिए। इसके बाद दोबारा जब कॉल नकली आर्मी मेजर को लगाया गया तो उसका फोन बंद आ रहा था।

पीडि़त युवक महाराजपुर निवासी जीतू कुमार लोढिया ने गोराबाजार थाने में नकली आर्मी ऑफिसर के खिलाफ शिकायत करते हुए बताया कि शनिवार की शाम को फोन आया। जिसमें मेजर मनोज मोर्या नाम का व्यक्ति कहने लगा कि उसे आर्मी की कोबरा केंटीन से सामान बाहर शिफ्ट करना है। इसके लिए गाड़ी की जरुरत है। फर्जी आर्मी ऑफिसर के कहने पर रात में बारह बजे कोबरा केंटीन के बाहर पहुंच गए। इसके बाद नकली आर्मी ऑफिसर ने उसको फोन करके बोला कि डिपॉजिट के रुप में 30 हजार रुपए उसके अकाउंट में जमा करने होंगे। इसके बाद ही कैंटीन का गेट पास बनेगा। तीस हजार नहीं होने की बात पर नकली आर्मी ऑफिसर ने कहा कि दस हजार ही ट्रांसफर कर दो।

कोबरा कैंटीन की पूरी लोकेशन का जानकार था नकली मेजर
युवक के साथ जालसाजी करने वाले आर्मी के नकली मेजर को इस बात की भली भांति जानकारी है कि आर्मी की कोबरा कैंटीन और आर्मी के कितने ऑफिस, किस नाम से है। इसकी पूरी जानकारी उसे थी। ट्रांसपोर्टर युवक की गाड़ी पुलिस ने बीच रास्ते में भी पकड़ी, लेकिन नकली मेजर बड़ी सफाई से पुलिस से बात करता हुआ उसकी गाडिय़ा छुड़वाता रहा।

केंटीन में तैनात जवान को भी बनाया बेबकूफ

जालसाज से पीडि़त युवक ने गोराबाजार पुलिस को बताया कि फर्जी मेजर की बात जब केंटीन के बाहर सेना के जवान से कराई गई तो उसने उसे भी बेवकूफ बनाते हुए गेट पास बनाने के लिए रजामंद कर लिया।

यहां पकड़ी गई जालसाज की करतूत
ट्रांसपोर्टर युवक को जब लगा कि उसके साथ धोखाधड़ी हो रही है तो उसने आर्मी में पदस्थ अपने परिचित हवलदार को सूचना दी। जिसके बाद हवलदार और नकली मेजर के बीच घंटों बीतजीत हुई। जिसमें नकली मेजर ने बताया कि वह आर्मी केंट में रहता है और जेडआर ऑफिस में पदस्थ है। इस पर सेना के हवलदार ने कहा कि ऐसा कोई ऑफिस है ही नहीं। क्योंकि जेडआरओ ऑफिस है। जब फर्जीबाड़ा पकड़ा गया तो नकली मेजर ने अपना फोन बंद कर लिया।

इन्होंने कहा….

मामले की शिकायत थाने में आई है। पीडि़त के पक्ष को सुनकर मामले की जांच की जा रही है। पूरी पड़ताल के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो सकेगी।
सहदेव साहू, गोराबाजार थाना प्रभारी

Yash Bharat

Editor With मीडिया के क्षेत्र में करीब 5 साल का अनुभव प्राप्त है। Yash Bharat न्यूज पेपर से करियर की शुरुआत की, जहां 1 साल कंटेंट राइटिंग और पेज डिजाइनिंग पर काम किया। यहां बिजनेस, ऑटो, नेशनल और इंटरटेनमेंट की खबरों पर काम कर रहे हैं।

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