तिल चतुर्थी पर आज श्री गणेश मंदिर में लगेगा मेला : श्रीगणेश देवस्थानम् सिद्धपीठ में तिल के लड्डुओं का लगेगा विशेष भोग

नरसिंहपुर यशभारत। सनातन धर्म के वेद पुराणों में वर्णित है कि माघ मास की तिल संकटा चतुर्थी पर प्रथम पूज्य गणनायक के दर्शन व पूजन से भक्तों के संकट हरते हैं और मनोकामना पूरी होती है। आज 17 जनवरी शुक्रवार को हर वर्ष की तरह सुप्रसिद्ध श्रीगणेश देवस्थानम् सिद्धपीठ में तिल के लड्डुओं का विशेष भोग लगेगा व एक दिवसीय मेला भी भरेगा।
आयोजन के व्यवस्थापक पं शैलेष पुरोहित ने बताया कि सूर्योदय के बाद गणाध्यक्ष का विधि.विधान से अभिषेक किया जाएगा। इसकी शुरूआत सिद्धपीठ के संस्थापक स्व. पं. कृष्णकुमार पुरोहित ने तीन दशक पहले की थी। इस दिन गौरी सुत का विशिष्ट श्रृंगार किया जाएगा। इसमें नए वस्त्र के अलावा चॉदी के मुकुट, कुंडल व छत्र, सोने का तिलक आदि लगाकर विशिष्ट आव्हृान किया जाएगा। इसके अलावा 25 फिट ऊँची धर्मध्वजा भी फहराई जाएगी। आयोजन समिति के किशन गुप्ता, वरिष्ठ पत्रकार संजय जैन, इंजी एमएस ठाकुर, आशीष सोनकिया, अजय साहू, अजय गिरदौनिया, महेश रजक, अभिषेक रेजा, अखिलेश साहू, संजय, राहुल व रोहित मेहरा, पप्पू पटेल, पवन नेमा, मोहित सराठे, सूरज पटैल, सुरेश पटैल, आकाश रजक सहित सिद्वि विनायक आरती मंडल के सदस्यों ने बताया कि त्यौहार में दर्शनार्थियों की सुविधा के लिए पूरे दिन मंदिर खुला रहेगा। श्री गणेश मंदिर में दर्शन करने के लिए दूर-दराज से भी श्रद्धालु गण आते है, वहीं आज भरने वाले मेले में श्रद्धालुओं की बहुत भीड़ रहेगी।
आचार्य कृष्णकांत उदेनिया ने बताया कि पुराणों के अनुसार तिल चतुर्थी पर प्रथम पूज्य के भक्ति भाव से दर्शन, पूजा-पाठ व व्रत करने से तिल के बराबर भी संकट समाप्त होते है। इसलिए बड़ी संख्या में श्रद्वालु मंदिर पहुंचते है। कार्यक्रम में आवश्यक व्यवस्थाओं के लिए जिला प्रशासन, पुलिस अधीक्षक, नगर पालिका व एमपीईबी से अपील की गई है।
संगीतमयम भगवत कथा में पहुंचकर पुण्य लाभ ले रहे भक्त
नरसिंहपुर यशभारत। जनपद पंचायत करेली की ग्राम पंचायत बम्हनी निवासी सचिव आकाश पटेल द्वारा उनके पिता दौलत पटैल की स्मृति में संगीतमय भगवत कथा का आयोजन कराया गया जिसमे सचिव संगठन के प्रदेश सचिव अशोक तिवारी जनपद पंचायत करेली के अध्यक्ष हरी शंकर कौरव, बरमान पंचायत के सचिव शर्मा राजेश उपाध्याय, रामदीन उपाध्याय, मनोहर पटेल, प्रदीप वर्मा कृष्णचद जाट, धर्मेंद्र चौरसिया, रामेश्वर यादव, कुंजीलाल स्वामी अनेक सचिव साथियों ने भगवत कथा में उपस्थिति देकर भगवान का आशीर्वाद लिया।







