जबलपुर में डायल 100 का चालान कौन काटेगा: बैगर बीमा की दौड़ रही है

जबलपुर यश भारत। नियम, कायदे और कानून को सिखाने वाले जिम्मेदार जब खुद नियमो की धज्जियां उड़ाएं तो इस बात पर सवाल उठना लाजमी है। ऐसा ही कुछ हों रहा हैं जबलपुर जिले जहाँ जनता की सेवा के लिए चल रही एफआरवी डायल 100 वाहन जिसमें सवार होकर पुलिस किसी भी घटना, दुर्घटना की सूचना लगते ही मौके पर पहुंचती है। पर पुलिस विभाग मे लगी प्राइवेट कंपनी भारत विकास ग्रुप पूना की जिले में चल रही करीब 45 डायल 100 वाहन का बीमा कई साल पहले खत्म हो चुका हैं। बावजूद इसके आज भी सड़कों पर पुलिस की डायल हंड्रेड बिना बीमा के फर्राट से दौड़ रही है।

जबलपुर के शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों मे 24 घंटे तैनात रहने वाली डायल 100 धीरे-धीरे खत्म होने की कगार मे हैं। प्राइवेट कंपनी की मनमानी से डायल 100 वाहन खराब होकर वर्कशाप पर खड़ी हैं और जो सड़कों पर चल रही हैं तो उनका बीमा कई साल पहले खत्म हो चुका हैं। ऐसे मे पुलिस विभाग पर सवाल खड़े हो रहे हैं की जब आम इंसान कि मोटरसाइकल का बीमा नही होता तो पुलिस उनका हजारों रुपए का चालान काट दिया जाता है लेकिन जिस वाहन पर पुलिस खुद सवारी कर रही हो उसका
चालान कौन काटेगा।
जब इस मामले की जांच की गई तो डायल 100 वाहनों के रजिस्ट्रेशन नंबर के आधार पर ऑनलाइन बीमा चेक करने पर अधिकतर वाहनों के 2016 में खत्म हो चुके हैं, इस पूरे मामले में भारत विकास ग्रुप कंपनी के जिम्मेदार जहाँ कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है। वहीं एस.पी रेडियो जितेंद्र पटेल ने वाहनों का माना होने की बात को स्वीकारते हुए इसे भारत विकास ग्रुप कंपनी की गलती बताई और कहा की जल्द ही सभी वाहनों का बीमा हो जायेगा इसकी जानकारी हेडक्वार्टर भेज दी गई है।