चुनरी यात्रा को लेकर शहर के युवाओं, बच्चों और महिलाओं में भी दिखा भारी उत्साह
अपनी मां की तरह सेवा करना चाहिये मां नर्मदा जल एवं तटों की : अमृत देवानंद जी महाराज

निवास l निवास नगर सहित समूचे निवास अंचल में नर्मदा जन्मोत्सव बड़े ही धूमधाम से मनाया गया। धूनी वाले दादा दरबार दीपक पहाड़ लधाटोला निवास से मां नर्मदा जी की झांकी, आतिशबाजी और शहनाई की धुन पर थिरकते हुए विशाल चुनरी यात्रा निकाली गई। यह यात्रा प्रतिवर्ष निकाली जाती हैं। बता दे कि 16 वें वर्ष 51 मीटर की चुनरी यात्रा नंगे पैर पैदल चलकर करीब 20 किमी की यात्रा कर नर्मदा तट बालपुर सिवनी में माता नर्मदा को चुनरी भेंट की गई। प्रात: 10 बजे स्वामी अमृत देवानंद महाराज के सानिध्य में धूनीवाले दादा दरबार से चुनरी यात्रा निकाली गई, जो 20 किमी ऊंचे नीचे व पथरीले रास्ते से नर्मदा तट सिवनी माल पहुंची। जहां पूरे विधि विधान से चुनरी नर्मदा मैया को अर्पित की गई।
उपस्थित श्रृध्दालुओं को संबोधित करते हुए स्वामी अमृतस्वरूप महाराज ने कहा कि मां नर्मदा तटों एवं नर्मदा जल की पवित्रा और स्वच्छता की चिंता उसी प्रकार करती है जैसे हम सभी अपनी माता की करते हैं. तभी मां नर्मदा से पुत्रवत आशिर्वाद और दुलार मिलेगा. मां नर्मदा को भेंट की जाने वाली चुनरी और आस्था के साथ मात्र कुछ कदम चल लेने से मां को वस्त्र अर्पित करने जैसा पुण्य प्राप्त होता है। मां नर्मदा इतनी पवित्र हैं कि इनके दर्शन मात्र से पाप तट जाते हैं। बता दे कि नर्मदा जन्मोत्सव पर निवास नगर के मुख्य बस स्टैंड में माता रानी का पूजन अर्चन कर महाप्रसाद का वितरण किया गया।
स्वच्छता की दिलाई शपथ:
अमृत देवानंद जी महाराज ने उपस्थित भक्तों से कहा कि हम सभी को मां रेवा के तटों को न केवल साफ रखना है, बल्कि गंदा होने से भी बचाना है। नर्मदा जल को प्रदूषित होने से बचाना भी हमारा परम कर्तव्य है। ऐसा न हो कि हम यहां आते तो पुण्य कमाने हैं लेकिन हमारे द्वारा नर्मदा जल प्रदूषित न हो और हम पाप के भागी ना बनें। इस दौरान सभी को मां नर्मदा को स्वच्छ रखने की शपथ लोगों की दिलाई गई।
जगह-जगह हुआ स्वागत:
चुनरी यात्रा निवास से होते हुए पाडरपानी, कटंगसिवनी, उमराह टोला, मवई माल, सिवनी आदि ग्रामों से होते हुए नर्मदा तट पहुंची। रास्ते में समस्त ग्राम वासियों ने इस विशाल चुनरी यात्रा का पुष्पवर्षा के साथ स्वागत किया। रास्तों में पडऩे वाले समस्त मंदिरों में अमृत देवानंद महाराज के द्वारा पूजन अर्चन किया गया। प्रत्येक मंदिर में पूज्य महाराज द्वारा भक्तों का उत्साह वर्धन करने के लिए नर्मदा भजनों का गायन किया गया। जिसमें सम्पूर्ण वातावरण भक्तिमय और नर्मदामय हो गया।
बिसौरा में हुई नर्मदा प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा
ग्राम बिसौरा की अजगर टौरिया की तराई में नवनिर्मित मंदिर में नर्मदा जन्मोत्सव पर्व पर ग्राम वासियों के द्वारा मां नर्मदा की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा पूरे विधि-विधान से की गई और कन्याभोजन भंडारे का आयोजन किया गया.इसी तरह निवास तहसील के सामने एवं बस स्टैंड निवास में नर्मदा भक्तों के द्वारा भंडारे का आयोजन कर प्रसाद वितरित किया गया.