जबलपुरमध्य प्रदेशराज्य

कुंडम जनपद की ग्राम पंचायतों के सचिव तबादला मामलाः गबन करने वाले सचिवों का तबादला किया नए सचिव प्रभार लेने से पीछे हटे

जबलपुर, यशभारत। जबलपुर जिले की कुंडम जनपद पंचायत के अंतर्गत 68 ग्राम पंचायत आती हैं जिस पर लगभग 45 सचिव पदस्थ हैं डेढ़ माह पहले तत्कालीन जिला पंचायत सीईओ रिजु बाफना द्वारा समस्त सचिवों का स्थानांतरण किया गया था मगर आज दिनांक तक कुछ ही सचिवों ने ही अपना प्रभार लिया है बाकी सचिवों ने अभी तक अपना प्रभार नहीं लिया। जिससे ग्राम पंचायतों में चल रहे निर्माण कार्यों की गति धीमी चल रही है ग्रामीण जनों ने कहा है कि ग्राम पंचायतों में सचिव मात्र ज्वाइन किए गए है। मगर सचिवों द्वारा प्रभार नहीं सौंपा गया है जिससे शासन द्वारा कार्यकारी योजना ठप पड़ी है ग्राम पंचायत मोहनी,हरदुली, घुघरा, सदाफल,बैरागी,इमलई,सूपा वारा, हाडीपानी,बदुआ,लेहसर, बघराजी,गौरैया, पड़रिया, तिलसानी, ऐसी अनेकों ग्राम पंचायतों के लोगों का कहना है कि 2 महीने पूर्व समस्त सचिवों का ट्रांसफर जिला पंचायत द्वारा किया गया है मगर कुंडम मैं बैठे मुख्य कार्यपालन अधिकारी की लापरवाही से उक्त सचिव अपना.अपना प्रभार नहीं संभाल रहे हैं।

जनपद कार्यालय में बनाया ठिकाना
क्योंकि प्रतिदिन उक्त सचिव लोग कुंडम जनपद पंचायत में ही सीईओ के चेंबर में बैठे रहते हैं और नेतागिरी दिखाते रहते हैं और ग्राम पंचायतों में लटका रहता है ताला ग्राम पंचायत के ग्राम वासियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है । प्रधानमंत्री आवास,सीसी रोड सहित सारे काम ठप पड़े हैं । सचिवों की तलाशी करते रहते हैं लोग और यहां वहां भटकते रहते हैं ग्राम पंचायतों के लोगों ने बताया कि हर ग्राम पंचायत में पूर्व सचिव के द्वारा लाखों रुपए का गबन एवं हेरा.फेरी कि गई है जिससे सचिवों ने प्रभार लेने में आनाकानी कर रहे हैं।

45 सचिवों का तबादला किया गया 5 ने ही लिया प्रभार
बताया जा रहा है कि शासन के निर्देश पर तत्कालीन जिला पंचायत सीईओ ने कुंडम जनपद के 45 सचिवों का तबादला किया था। अधिकांश सचिवों पर गबन के आरोप थे। जानकर हैरानी होगी कि सिर्फ 5 सचिवों ने तबादले वाली पंचायत का प्रभार लिया । इसके पीछे का कारण सचिवों द्वारा गबन करना सामने आ रहा है।

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