किसानों का भारत बंद : प्रदर्शन के दौरान दिल्ली-सिंघु बॉर्डर पर दिल का दौरा पड़ने से एक किसान की मौत
तीन कृषि कानूनों के खिलाफ सोमवार को बुलाया गया किसानों का भारत बंद खत्म हो गया है। सुबह 6 से शाम 4 बजे तक रहे बंद के दौरान कई नेशनल और स्टेट हाईवे ब्लॉक रहे। कई रूट डायवर्ट करने पड़े। ट्रेनों की आवाजाही भी प्रभावित रही। दिल्ली से जाने वाले कई ट्रेनें रद्द कर दी गईं। बंद का असर हरियाणा, पंजाब, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और राजस्थान में ज्यादा दिखाई दिया। दिल्ली-गाजीपुर बॉर्डर को भी 10 घंटे बाद खोल दिया गया।
भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत कहा कि भारत बंद पूरी तरह कामयाब रहा। अब संयुक्त किसान मोर्चा आगे की रणनीति बनाएगा। इस बीच प्रदर्शन के दौरान दिल्ली-सिंघु बॉर्डर पर एक किसान की मौत हो गई। पुलिस का कहना है कि दिल का दौरा पड़ने से उसकी जान गई है। मृतक किसान की पहचान भगेल राम के तौर पर हुई है। पुलिस अधिकारी ने कहा कि पोस्टमॉर्टम के बाद इसे लेकर ज्यादा जानकारी दी जा सकेगी।
कांग्रेस, RJD, आम आदमी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी, समाजवादी पार्टी और लेफ्ट पार्टियों ने भारत बंद का समर्थन किया। अखिल भारतीय बैंक अधिकारी परिसंघ (AIBOC) से भी बंद को समर्थन मिला। वहीं, सरकार ने किसानों से अपील की है कि वे आंदोलन छोड़कर बातचीत का रास्ता अपनाएं। कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि सरकार किसानों की आपत्तियों पर विचार करने के लिए तैयार है।
बैरिकेडिंग तोड़कर नोएडा अथॉरिटी की ओर बढ़े किसान
बड़ी संख्या में किसान नोएडा अथॉरिटी के पास इकट्ठा हुए और पुलिस बैरिकेडिंग को तोड़ दिया। इसके बाद वे नोएडा अथॉरिटी की ओर चले गए।
25 से ज्यादा राज्यों में बंद कामयाब हुआ
अखिल भारतीय किसान सभा के अध्यक्ष अशोक धवले ने कहा कि भारत बंद को पिछले कई साल में इतना समर्थन कभी नहीं मिला था। 25 से ज्यादा राज्यों में बंद कामयाब हुआ है। जब तक किसान विरोधी कानून वापस नहीं लिए जाते और MSP की गारंटी देने वाला केंद्रीय कानून न हो, हम तब तक संघर्ष करने के लिए तैयार हैं।