कांग्रेस प्रत्याशी गुड्डू राजा ने कहा – बुंदेला हूं तो मेरी मातृभूमि भी बुंदेलखंड है, सवाल तो भाजपा से हो कि उनकी प्रत्याशी कहां से आयात हुई

काकस में घिरे गुड्डू राजा के लिए आसान नहीं होगी लोकसभा की डगर
सागर यश भारत (संभागीय ब्यूरो)/ लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस की ओर से प्रत्याशी घोषित होने के बाद चंद्रभान सिंह बुंदेला गुड्डू राजा आज सागर पहुंचे। यहां पहुंचने पर उनका गर्मजोशी से स्वागत हुआ। कांग्रेस कार्यालय में बैठक को संबोधित करने के साथ ही उन्होंने मीडिया के सवालों के बेबाकी से जवाब भी दिए।
लोकसभा प्रत्याशी के तौर पर सागर पहुंचे चंद्रभान सिंह बुंदेला गुड्डू राजा के यहां पहुंचने पर मोतीनगर चौराहे पर जिला ग्रामीण कांग्रेस अध्यक्ष डॉ आनंद अहिरवार के नेतृत्व में कांग्रेसजनों ने उनकी गरिमामय आगवानी की। वे पीसीसी के सागर जिला प्रभारी अवनीश भार्गव के साथ यहां पहुंचे थे।
शहर कांग्रेस अध्यक्ष राजकुमार पचौरी उन्हें भोपाल से सागर तक कार से लेकर आए। कांग्रेस प्रत्याशी गुड्डू राजा के आगमन पर कई कांग्रेसी उनकी अगवानी के बाद वहीं से खिसक लिए। इसके बाद उनका काफिला तीनबत्ती पहुंचा जहां उन्होंने सबसे पहले यहां स्थापित श्री हनुमान मंदिर में पूजा अर्चना करने के बाद विवि के संस्थापक डॉ हरिसिंह गौर की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया।
कांग्रेस कार्यालय पहुंचकर लोकसभा प्रत्याशी गुड्डू राजा ने बैठक को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि पार्टी ने उन्हें प्रत्याशी जरूर घोषित किया है लेकिन इस क्षेत्र का प्रत्येक कार्यकर्ता खुद को प्रत्याशी मानकर कांग्रेस को जिताने के लिए काम करे।
पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए उन्होंने बहुत ही बेबाकी से कहा कि उनके नाम की घोषणा से बीजेपी घबरा गई है और उन्हें लेकर दुष्प्रचार कर रही है।
उन्होंने स्पष्ट किया कि उनका बुंदेला होना ही इस बात का प्रमाण है कि उनकी मातृ भूमि बुंदेलखंड है और उनके परिवार का सागर से गहरा रिश्ता है। उन्होंने आगे कहा कि ऐसे सवाल तो भाजपा से पूछना चाहिए कि उनकी प्रत्याशी का सागर में किस वर्ग के लोगों से क्या रिश्ता है और वे कहां से सागर आई है। उन्होंने भाजपा के सांसदों पर सवाल उठाते हुए कहा कि वे खुद बताएं कि उनकी सरकारें रहते हुए भी पिछले 28 सालों में 4 सांसदों ने यहां के बेरोजगारों, किसानों और विकास के लिए क्या किया।
कांग्रेस प्रत्याशी गुड्डू राजा बुंदेला के पहली बार यहां पहुंचने की पहले से किसी को कोई सूचना नहीं थी। इसकी जिम्मेदारी ऐसे पदाधिकारी और नेताओं ने ली जिनकी निष्ठाएं हमेशा से ही संदिग्ध और विवादास्पद रहती आई है और उन्होंने भी मीडिया व पार्टीजनों को सीमित दायरे में सूचना देने की औपचारिकता भर निभाई।
बैठक में भी ऐसे ही लोगों को महत्त्व दिया गया जिस कारण पहली बार उनका आना आम जनता या पार्टीजनों में कोई छाप नहीं छोड़ सका। ऐसे में कहा जा सकता है कि कांग्रेस प्रत्याशी गुड्डू राजा के लिए लोकसभा की डगर चुनौती पूर्ण होगी।