कम मतदान वाले जिलों में आयोग कल से चलाएगा जागरूकता अभियान : 26 जिलों में चलाए जाएंगे जागरुकता वाहन

भोपाल। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने कहा है कि लोकसभा चुनाव में अधिक मतदान के लिए इस बार चुनाव आयोग ने प्रदेश के 26 जिलों में जागरुकता वाहन चलाने का फैसला किया है। यह वे जिले हैं, जहां की 75 विधानसभा सीटों पर बीते चुनाव में कम मतदान हुआ था।
इसलिए 20 मार्च से 20 अप्रैल तक जागरूकता वाहन चलाकर लोगों को मतदान के लिए प्रेरित किया जाएगा। ऐसे जिलों में मुरैना, भिंड, ग्वालियर, दतिया, गुना, सागर, छतरपुर, दमोह, पन्ना, सतना, सीधी, रीवा, सिंगरौली, शहडोल, कटनी, जबलपुर, भोपाल, देवास, खंडवा, बड़वानी, आलीराजपुर, झाबुआ, धार, इंदौर, उज्जैन और रतलाम शामिल हैं। चुनावी तैयारियों को लेकर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अनुपम राजन ने पत्रकारों से चर्चा में बताया कि नामांकन जमा करने की आखिरी तारीख के 10 दिन पहले तक नाम जोडऩे के लिए आवेदन लिए जाएंगे।
पिछले चुनाव में चौथे, पांचवें, छठवें और सातवें चरण में चुनाव प्रदेश की लोकसभा सीटों पर हुआ था। इस बार पहले चरण से चौथे चरण तक लगातार प्रदेश की लोकसभा सीटों पर मतदान होना है। उन्होंने कहा कि 85 साल से अधिक उम्र के लोगों को घर से वोट डालने की सुविधा मिलेगी। इसके अलावा जिनको 40 प्रतिशत से अधिक दिव्यांगता है, उन्हें भी घर से वोट करने का अधिकार मिलेगा।
इसी तरह से पिंक बूथ श्रेणी में 3500 मतदान केंद्र महिलाओं द्वारा तथा 250 मतदान केंद्र दिव्यांगों द्वारा संचालित किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि लोकसभा क्षेत्र में विधानसभा से बाहर कर्मचारियों की ड्यूटी लगती है। इसलिए कर्मचारी को वोट डालने के लिए इलेक्शन ड्यूटी सर्टिफिकेट (ईडीसी) दिए जाएंगे। राजन ने कहा कि सेंसिटिव मतदान केंद्र की संख्या प्रत्याशियों पर भी निर्भर करती है। अब तक 8 हजार मतदान केंद्र सेंसिटिव बताए गए हैं।