कटनी को मिलेंगी डायल-112 की 22 नई गाडिय़ां, 16 मिनट में लोगों तक पहुंचेगी मदद, अब एकल एजेंसी आधारित लोकेशन ट्रैकिंग

कटनी, यशभारत। जिले में पुलिस और अन्य आपात सेवाओं की त्वरित मदद के लिए नया और अपग्रेडेड डायल 112 इमरजेंसी रिस्पॉन्स सपोर्ट सिस्टम लॉन्च होने जा रहा है। जन सुरक्षा के लिए अब डायल 112 होगी एकल एजेंसी आधारित सेवा होगी। नए सिस्टम से रियल टाइम लोकेशन ट्रैकिंग और मल्टी एजेंसी कोऑर्डिनेशन के जरिए केवल 16 मिनट में मदद मिलेगी। इसकी शुरुआत 15 अगस्त से होगी। यह सिस्टम मौजूदा डायल 100 की जगह लेगा, जो पिछले 10 वर्षों से सेवा में है।
नए डायल 112 आपात सेवाएं 112 के पास
जिले को 22 जीपीएस युक्त एसयूवी वाहन होंगे जिससे पुलिस की मौजूदगी बढ़ेगी। अपराध पर अंकुश लगेगा और जनता का भरोसा मजबूत होगा। इसका मुख्य केंद्र भोपाल स्थित सेंट्रल कमांड एंड कंट्रोल सेंटर होगा, जहां लोकेशन बेस्ड सिस्टम से कॉल करने वाले की सटीक लोकेशन मिलते ही नजदीकी फस्र्ट रिस्पॉन्स व्हीकल को रवाना किया जाएगा।
डायल-100 से डायल-112 तक का सफर
1 नवंबर 2015 को लॉन्च हुआ डायल-100 देश का पहला केंद्रीकृत है। राज्य स्तरीय पुलिस इमरजेंसी रिस्पॉन्स सिस्टम था, जिसने शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों में अपराध, सडक़ दुर्घटनाओं और व्यक्तिगत संकटों में तत्काल मदद पहुंचाने पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई। हालांकि अधिकारियों के अनुसार डायल.100 का दायरा पुलिस.केंद्रित ही रहा। बढ़ती जनता की अपेक्षाओं और जटिल आपात स्थितियों को देखते हुए नया मॉडल इमरजेंसी रिस्पॉन्स सपोर्ट सिस्टम कई सेवाओं को एक प्लेटफॉर्म पर लाकर काम करेगा।
एक नंबर कई सेवाएं
नई टेक्नोलॉजी से नई सुविधाएंलैस होंगी। एसआईपी आधारित ट्रंक लाइन से साफ और बेहतर कॉल क्वालिटी मिलेगी। फ्लीट मैनेजमेंट सिस्टम से वाहनों की निगरानी व मेंटेनेंस, कॉलर की पहचान छिपाने के लिए नंबर मास्किंग, 100 एजेंट का कॉन्टैक्ट सेंटर और 40 सीट वाला डिस्पैच यूनिट, एफआरवी में बॉडी वॉर्न और डैशबोर्ड कैमरे। सक्षम फील्ड विजिबिलिटी एआई आधारित निर्णय सहयोग और रियल टाइम एनालिटिक्स, जनता के लिए मोबाइल ऐप और चैटबॉट, जिससे शिकायत दर्ज और ट्रैकिंग संभव है।
अब ये नंबर
अब देश भर में इमरजेंसी नंबर-112
योजनांतर्गत प्रदेश की पुलिस
आपातकालीन सेवा -112
स्वास्थ्य ध् एम्बुलेंस सेवा – 108
अग्निशमन सेवा -101 महिला
हेल्पलाइन – 1090
नेशनल सायबर क्राइम हेल्पलाइन -1930
रेल मदद हेल्पलाइन -139
राज्य प्राकृतिक आपदा प्रबंधन एसडीएम – 1079
राज्य परिवहन विभाग पेनिक बटन एवं गुप्तवार्ता विशेष शाखा पुलिस मुख्यालय महिला एवं चाइल्ड. हेत्य लाईन;181, 1098 आदि सेवाओं को एक ही नम्बर 112 के साथ इंटीग्रेट किया गया है।
इनका कहना है
100 डायल की जगह 15 अगस्त से अब डायल 112 15 प्रकार की सुविधाओं से लैस 22 नई गाडिय़ां मिलेगी। ये सुविधा स्वतंत्रता दिवस के मौके पर मुख्यमंत्री द्वारा भोपाल से लांच होगी और एक या दो दिन बाद कटनी को गाडिय़ां मिल जाएगी। जिले में इसके लिए तैयारियां कर ली गई है, निश्चित ही नई सुविधाओं से लैस वाहनों से पुलिस को मदद होगी और अपराधियों गतिविधियों सहित दुर्घटनाओं पर ये वाहन त्वरित गति से पहुंच सकेंगे।
डॉ संतोष डेहरिया
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षककटनी, यशभारत। जिले में पुलिस और अन्य आपात सेवाओं की त्वरित मदद के लिए नया और अपग्रेडेड डायल 112 इमरजेंसी रिस्पॉन्स सपोर्ट सिस्टम लॉन्च होने जा रहा है। जन सुरक्षा के लिए अब डायल 112 होगी एकल एजेंसी आधारित सेवा होगी। नए सिस्टम से रियल टाइम लोकेशन ट्रैकिंग और मल्टी एजेंसी कोऑर्डिनेशन के जरिए केवल 16 मिनट में मदद मिलेगी। इसकी शुरुआत 15 अगस्त से होगी। यह सिस्टम मौजूदा डायल 100 की जगह लेगा, जो पिछले 10 वर्षों से सेवा में है।
नए डायल 112 आपात सेवाएं 112 के पास
जिले को 22 जीपीएस युक्त एसयूवी वाहन होंगे जिससे पुलिस की मौजूदगी बढ़ेगी। अपराध पर अंकुश लगेगा और जनता का भरोसा मजबूत होगा। इसका मुख्य केंद्र भोपाल स्थित सेंट्रल कमांड एंड कंट्रोल सेंटर होगा, जहां लोकेशन बेस्ड सिस्टम से कॉल करने वाले की सटीक लोकेशन मिलते ही नजदीकी फस्र्ट रिस्पॉन्स व्हीकल को रवाना किया जाएगा।
डायल-100 से डायल-112 तक का सफर
1 नवंबर 2015 को लॉन्च हुआ डायल-100 देश का पहला केंद्रीकृत है। राज्य स्तरीय पुलिस इमरजेंसी रिस्पॉन्स सिस्टम था, जिसने शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों में अपराध, सडक़ दुर्घटनाओं और व्यक्तिगत संकटों में तत्काल मदद पहुंचाने पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई। हालांकि अधिकारियों के अनुसार डायल.100 का दायरा पुलिस.केंद्रित ही रहा। बढ़ती जनता की अपेक्षाओं और जटिल आपात स्थितियों को देखते हुए नया मॉडल इमरजेंसी रिस्पॉन्स सपोर्ट सिस्टम कई सेवाओं को एक प्लेटफॉर्म पर लाकर काम करेगा।
एक नंबर कई सेवाएं
नई टेक्नोलॉजी से नई सुविधाएंलैस होंगी। एसआईपी आधारित ट्रंक लाइन से साफ और बेहतर कॉल क्वालिटी मिलेगी। फ्लीट मैनेजमेंट सिस्टम से वाहनों की निगरानी व मेंटेनेंस, कॉलर की पहचान छिपाने के लिए नंबर मास्किंग, 100 एजेंट का कॉन्टैक्ट सेंटर और 40 सीट वाला डिस्पैच यूनिट, एफआरवी में बॉडी वॉर्न और डैशबोर्ड कैमरे। सक्षम फील्ड विजिबिलिटी एआई आधारित निर्णय सहयोग और रियल टाइम एनालिटिक्स, जनता के लिए मोबाइल ऐप और चैटबॉट, जिससे शिकायत दर्ज और ट्रैकिंग संभव है।
अब ये नंबर
अब देश भर में इमरजेंसी नंबर-112
योजनांतर्गत प्रदेश की पुलिस
आपातकालीन सेवा -112
स्वास्थ्य ध् एम्बुलेंस सेवा – 108
अग्निशमन सेवा -101 महिला
हेल्पलाइन – 1090
नेशनल सायबर क्राइम हेल्पलाइन -1930
रेल मदद हेल्पलाइन -139
राज्य प्राकृतिक आपदा प्रबंधन एसडीएम – 1079
राज्य परिवहन विभाग पेनिक बटन एवं गुप्तवार्ता विशेष शाखा पुलिस मुख्यालय महिला एवं चाइल्ड. हेत्य लाईन;181, 1098 आदि सेवाओं को एक ही नम्बर 112 के साथ इंटीग्रेट किया गया है।
इनका कहना है
100 डायल की जगह 15 अगस्त से अब डायल 112 15 प्रकार की सुविधाओं से लैस 22 नई गाडिय़ां मिलेगी। ये सुविधा स्वतंत्रता दिवस के मौके पर मुख्यमंत्री द्वारा भोपाल से लांच होगी और एक या दो दिन बाद कटनी को गाडिय़ां मिल जाएगी। जिले में इसके लिए तैयारियां कर ली गई है, निश्चित ही नई सुविधाओं से लैस वाहनों से पुलिस को मदद होगी और अपराधियों गतिविधियों सहित दुर्घटनाओं पर ये वाहन त्वरित गति से पहुंच सकेंगे।
डॉ संतोष डेहरिया
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक







