अपने घर को होटल बनाकर करने लगा गलत काम,एक दिन अचानक पहुंची पुलिस तो खुला यह बड़ा राज,जानें पूरी खबर
उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले के एक रिहायशी इलाके में एक शख्स ने अपने घर को होटल बना दिया और ओयो से टाइप ऑफ करा दिया. आपको बता दें कि होटल चलने से आसपास रहने वाले लोग परेशान रहने लगे और कई बार इसकी शिकायत पुलिस में कर दिया.
आपको बता दें कि लोगों के कहने के बाद पुलिस ने वहां जाकर छापा मारा. पुलिस को वहां पर 7 लड़के और लड़कियां मिले जिसके बाद आसपास के और भी होटल्स में हंगामा मच गया और सभी लोग इधर-उधर भागने लगे.
क्षेत्रीय लोगों का कहना है कि जैसे ही यहां पर होटल खुला हमारा यहां रहना मुश्किल हो गया यही वजह थी कि हम लगातार कंप्लेन कर रहे थे. लोगों के कंप्लेन के बाद पुलिस एक्शन में आई.
मेरठ के टीपीनगर थाना क्षेत्र के वेदव्यासपुरी चौकी के पास ऑयो के होटल युवी इन पर पुलिस ने छापा मारा. एनजीओ मिशन रेस्क्यू के सदस्य 3 माह से होटल की रेकी कर रहे थे. इस दौरान राजेंद्र सिंह ने मामले की जानकारी एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग टीम को भी दी थी.
सीओ ब्रह्मपुरी सुचिता सिंह को साथ लेकर होटल पर पहुंचकर छापेमारी करते हुए दलाल सहित होटल के संचालक और चार युवतियों को गिरफ्तार कर लिया है.
मिशन रेस्क्यू ऑपरेशन टीम के प्रेसिडेंट राजेश चतुर्वेदी छापेमारी के दौरान मौजूद रहे. इस दौरान राजेश चतुर्वेदी ने बताया कि मेरठ में और भी ह्यूमन ट्रैफिकिंग का रैकेट चलने की सूचना मिल रही है और टीम काम कर रही है. सीओ को साथ लेकर होटल में छापेमारी के दौरान आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है.
पुलिस अधिकारियों की माने तो होटल के मैनेजर के मोबाइल से लड़कियों के कई फोटो मिले हैं, जो स्कूल और कॉलेजों से जुड़ी हैं. जिन्हें ऑनडिमांड होटल में बुलाया जाता था जिसके बदले उन्हें मोटी रकम भी दी जाती थी. पुलिस ने छापेमारी के दौरान दो लड़कियों को रेस्क्यू भी कराया है.