पहले टोकन लो फिर सुनाओ अपनी व्यथा- जनसुनवाई के सिस्टम को कलेक्टर ने सुधारा, बोले आॅनलाइन रहें आवेदन

जबलपुर – कलेक्ट्रेट में आयोजित साप्ताहिक जनसुनवाई आज नये स्वरूप में दिखाई दी ।अभी तक कक्ष क्रमांक सात में होने वाली जनसुनवाई आज कलेक्ट्रेट के सभाकक्ष में आयोजित की गई । जनसुनवाई में आवेदकों को टोकन बांटे गये और नम्बर आने तक उनके बैठने के लिये कुर्सियों का इन्तजाम किया गया ।
कलेक्टर सौरभ कुमार सुमन के निर्देश पर की गई इन व्यवस्थाओं का सबसे महत्वपूर्ण पहलू पहली बार व्हीसी के जरिये ग्रामीण क्षेत्र में पदस्थ अधिकारियों को जनसुनवाई से जोडना है । ताकि जरूरत पड़ने पर जनसुनवाई में दूरदराज से आये लोगों की समस्याओं पर सीधे इन अधिकारियों से जबाब तलब किया जा सके तथा उनके त्वरित निराकरण के लिये जरूरी दिशा-निर्देश दिये जा सकें ।
व्यवस्थाओं में हुये इन बदलाव से जनसुनवाई में शामिल हुए लोगों ने काफी राहत महसूस कर रहे हैं तथा उनकी सुविधाओं का ध्यान रखने के लिये कलेक्टर सौरभ कुमार सुमन का आभार भी जताया है । प्रायः सभी लोगों ने नई व्यवस्था को आगे भी जारी रखने की अपेक्षा कलेक्टर से की है ।

टोकन सिस्टम से कलेक्टर कार्यालय की जनसुनवाई में आवेदकों को लाइन में लगना नहीं पड़ रहा है । आवेदकों को उनका नम्बर आने पर पांच- पांच के समूह में कलेक्ट्रेट सभाकक्ष पहुँच रहे हैं । यहाँ भी उनके बैठने के लिये कुर्सियां सुरक्षित की गई है । आवेदक अपनी समस्या अधिकारियों के सामने खड़े होकर नहीं बल्कि कुर्सी पर बैठकर बता रहे हैं । इसके लिये कलेक्टर, सीईओ जिला पंचायत और अपर कलेक्टर सहित अन्य अधिकारियों के बगल वाली कुर्सियां आवेदकों के लिये सुरक्षित रखी गई हैं । आवेदक सम्मान पूर्वक इन कुर्सियों पर बैठकर अपनी समस्या अधिकारियों को बता रहे हैं ।
जनसुनवाई में आये लोगों को अपने आवेदन की पावती देने की बेहतर व्यवस्था की गई है । सुनवाई के बाद लोगों से प्राप्त आवेदन को स्कैन कर उसकी ऑनलाइन प्रविष्टि की जा रही है और उन्हें पावती दी जा रही है । पावती में आवेदक को सबंधित अधिकारी के नाम पदनाम सहित मोबाइल नम्बर भी दर्ज किया जा रहा है । पावती में उस लिंक का उल्लेख भी किया गया है जिस पर आवेदक अपने आवेदन पर हुई कार्यवाही की अपडेट भी हासिल कर सकेंगे ।