पटरियों पर दिल्ली हुई दूर : आफत के सफर में यात्रियों की फजीहत, जबलपुर वापसी भी घण्टों लेट
- यशभारत से किशोर गौतम की ग्राउंड रिपोर्ट
जबलपुर, यशभारत। रेल यात्रियों को बेहतर सुविधा देने वाली भारतीय रेल हर दिन लाखों-करोड़ों यात्रियों को गंतव्य तक पहुंचाने वादा करती लेकिन रेल प्रशासन द्वारा यात्री सुविधाओं के लिए किए गए वादे उस समय खोखले साबित हो जाते हैं जब यात्री सुबह की जगह शाम को अपनी यात्रा पूर्ण करता है । ट्रेनों की लेटलतीफी से यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है । यात्रियों को हो रही इन परेशानियों के कारण राही मासूम रजा की एक शायरी याद आ गई जिसमें उन्होंने कहा कि इस सफर में नींद ऐसी खो गई ,हम ना सोए रात थक कर सो गई… उल्लेखनीय है कि जबलपुर से दिल्ली जाने वाली गाडिय़ां तो जबलपुर से अपने निर्धारित समय पर रवाना होती हैं किंतु राष्ट्रीय राजधानी के पहुंचते ही यह गाडिय़ां रेंगने लगती है और तय समय से घंटों बाद स्टेशन पर पहुंचती हैं जिससे हालात यह होते हैं कि जिन यात्रियों को अपनी आगे कि कनेक्टेड ट्रेन पकडऩी होती है वह काफी परेशान हो जाते है । ऐसे में यदि आपको आगे की यात्रा करनी है तो पहले ट्रेनों की स्थिति जान लें नहीं तो स्टेशन पहुंच कर आपको लंबा इंतजार करना पड़ सकता है ऐसा ही नहीं जबलपुर से निजामुद्दीन जाने वाली गाडिय़ां विलंब से पहुंच रही है निजामुद्दीन से भी जबलपुर आ रही गाडिय़ां भी घंटों लेट हो रही है । 22 मई को निजामुद्दीन से चलकर जबलपुर आने वाली श्रीधाम एक्सप्रेस अपने निर्धारित समय से घंटों विलंब से पहुंची थी जिससे यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा ,वही 22 मई को मध्य प्रदेश संपर्क क्रांति एवं गोंडवाना एक्सप्रेस अपने निर्धारित समय से निजामुद्दीन घंटों विलंब से पहुंची । जब इन गाडिय़ों की लेटलतीफी के संबंध में यशभारत द्वारा मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय के जवाबदेह अधिकारियों से संपर्क किया गया तो वहां से जवाब मिला कि इस संबंध में जीएम ऑफिस से जानकारी मिलेगी और जब जीएम ऑफिस से जवाबदेही से बात की गई तो उन्होंने कहा कि इसकी पूरी जानकारी आपको डिवीजन से मिलेगी।
सागर से ग्वालियर पहुंचने में लगता है लंबा समय
जबलपुर से खुलकर निजामुद्दीन जाने वाली सुपर फास्ट ट्रेन मध्य प्रदेश संपर्क क्रांति जो कि भी सागर से ग्वालियर के बीच रेंगने लगती है वही इसी रूट पर चलने वाली गोंडवाना एक्सप्रेस के हालात भी इसी तरह के हैं जिससे यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है इस संबंध में रेलवे सूत्रों के अनुसार बीना सेक्शन में थर्ड लाइन का काम चलने का भी एक कारण बताया जा रहा है वहीं रेलवे सूत्रों के अनुसार मालगाडय़िों को निकालने के चक्कर में भी यात्री गाडय़िां लेट हो रही हैं।
गाड़ी लेट होने से होता है यातायात प्रभावित
गाडिय़ों की लगातार लेटलतीफी के पीछे यह भी एक कारण सामने आया है कि जबलपुर से निजामुद्दीन जाने वाली गाड़ी यदि जबलपुर से ही आधा घंटा विलंब से रवाना होती है तो उसी लाइन की अन्य गाडिय़ां भी प्रभावित होती है क्योंकि आगे की लाइन क्लियर ना होने से गाडिय़ों को या तो धीमी रफ्तार से चलाया जाता है या तो फिर किसी स्टेशन पर ग्रीन सिग्रल मिलने तक खड़ा कर दिया जाता है जिससे गाडिय़ों में लेटलतीफी होती है वहीं रेलवे सूत्रों के मुताबिक महाकोशल एक्सप्रेस जाते समय सतना।मानिकपुर के बीच ओएचई लाइन में खराबी आने के कारण लेट हुई जिससे वह निजामुद्दीन स्टेशन 8 घंटे विलंब से पहुंची थी।
जवाबदेह अधिकारी कर रहे अनेदखी
जबलपुर से निजामुद्दीन और निजामुद्दीन से जबलपुर लंबी दूरी वाली ट्रेनों के देर से आने से यात्री परेशान हैं। मंगलवार महाकोशल एक्सप्रेस अपने निर्धारित समय से 10 घंटे विलंब से जबलपुर पहुंची जिससे यात्रियों को इस भीषण गर्मी में काफी जद्दोजहद करना पड़ी वही सोमवार को निजामुद्दीन से चलकर जबलपुर आने वाली श्रीधाम एक्सप्रेस भी अपने निर्धारित समय से 5 घंटे विलंब से जबलपुर पहुंची इस संबंध में रेल यात्रियों ने बताया कि लेटलतीफी सुधरने की कोई उम्मीद ही नहीं दिखती। यात्रियों की मानें तो सुविधा की बात तो दूर असुविधाएं दिनों दिन बढ़ती जा रहीं हैं। ट्रेनें कहीं भी बिना किसी कारण रोक दी जाती हैं और जवाबदेह अधिकारी यात्रियों की इन परेशानियों पर किसी प्रकार का ध्यान ना देते हुए अपने एयर कंडीशन कमरे में बैठे हुए हैं।
स्टेशन चमकाने में नहीं यात्री सुविधाओं का रखें ध्यान
ट्रेनों में आए दिन हो रही लेटलतीफी के चलते यशभारत टीम द्वारा जब रेलवे स्टेशन पहुंचकर इसकी पड़ताल की गई तो यात्रियों ने अलग-अलग जानकारी में बताया कि जबलपुर स्टेशन को चमकाने के लिए तो करोड़ों रुपए खर्च किए जा रहे हैं किंतु यात्रियों को वह सुविधा नहीं मिल पा रही जैसा कि वह चाहते हैं यात्रियों ने बताया कि स्टेशन में टाइल्स मार्बल एवं रंग रोगन करने से कुछ नहीं है हम स्टेशन आधा घंटे पहले पहुंचे और हमारी ट्रेन. वर्थ एवं गंतव्य की यात्रा सुलभ हो तब हम समझेंगे कि रेल प्रशासन यात्रियों की सुविधाओं का ध्यान रख रहा है।
*रात भर स्टेशन में पड़े रहे यात्री*
निजामुद्दीन से चलकर 10 घंटे विलंब से जबलपुर पहुंची महाकोशल एक्सप्रेस के यात्रियों मैं ट्रेन के लेटलतीफी होने के कारण उनमें काफी असंतोष देखने को मिला वही दिल्ली ग्वालियर सहित अन्य स्टेशनों में यात्री अपनी गंतव्य यात्रा करने के लिए समय पर पहुंच गए थे किंतु जब उनको ट्रेन विलंब के आने की सूचना मिली रात भर स्टेशन में ही गुजारना पड़ी।*इनका कहना है*
मैं मैच खेलने दिल्ली गया था हमको सुबह जबलपुर पहुंचना था लेकिन इस ट्रेन में हमको 9 घंटे लेट जबलपुर पहुंचाया महाकौशल ट्रेन का दिल्ली से छूटने का समय दोपहर 12:45 से किंतु यह गाड़ी रात 9:30 बजे जबलपुर के लिए रवाना हुई मुझे काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा।
रूद्र प्रताप सिंह राजपूत*
बेदी नगर सुपर ताल जबलपुर*
महाकोशल एक्सप्रेस का यह सफर काफी परेशानियों भरा रहा रात भर हम लोग स्टेशन में पड़े रहे/
*कृष्ण बहादुर सिंह नेपाल*
गर्मी में ट्रेनों की लेटलतीफी से बहुत बुरा हाल है यात्री सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए टाइम टेबल में सुधार होना चाहिए/
*सौरभ कुमार कृपाल चौक*
भीषण गर्मी के मौसम में गाडिय़ों की लेटलतीफी होने के कारण यात्रियों को काफी परेशानियां उत्पन्न होती हैं गाड़ी समय पर चलें जिससे यात्रियों को राहत मिल सके/
*ए.के सिंह अधारताल**क्या कहते हैं अधिकारी…*
रेलवे समय पालन की पूरी कोशिश करता है और सुधार भी हुआ है जो गाडय़िां लेट हुई है इसकी वजह मैं परिचालन विभाग से बात कर चेक करवाउंगा/*नितेश सोने*
मंडल वाणिज्य प्रबंधक जबलपुर