जबलपुर जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल को रीवा-भोपाल के डॉक्टरों को मिला समर्थन
मांगे पूरी नहीं हुई तो भोपाल के जूडा डॉक्टर भी जाएंगे हड़ताल पर

जबलपुर, यशभारत। नेताजी सुभाषचंद्रबोस मेडिकल कॉलेज के जूनियर डॉक्टर कल से हड़ताल पर जा रहे हैं। इससे चिकित्सा व्यवस्थाएं पटरी से उतर जाएगी। जबलपुर जूडा हड़ताल ऐलान के बाद भोपाल और रीवा जूनियर डॉक्टरों ने भी मांगे पूरी नहीं होने पर हड़ताल पर जाने की चेतावनी दी है।
9 और 10 जनवरी को रूटीन ड्यूटी और ओपीडी बंद रखने का निर्णय लिया गया अगर इसके बाद भी जूडा की मांगे पूरी नहीं तो डॉक्टर 11 जनवरी से आपातकालीन सेवाएं भी बंद कर देंगे। हड़ताल की रणनीति बनाने के लिए मेडिकल कॉलेज के छात्र संगठन ;जूडाद्ध ने बैठक की और बैठक में 9 तारीख से होने वाली हड़ताल के विषय में चर्चा की।
ज्ञात हो कि जूडा अपनी माँगों से जुड़ा पत्र अधिष्ठाता के समक्ष पहले ही प्रस्तुत कर चुका हैए इसी सिलसिले में हड़ताल की सुगबुगाहट तेज होती देख कॉलेज प्रशासन ने एक अजीबोगरीब कदम उठायाएजिसके अंतर्गत उन्होंने कुछ जूनियर डाक्टरों के खाते में 15 दिन का वेतनमान डाल दिया। बैठक में यह निर्णय लिया गया कि कॉलेज प्रशासन के इस कदम से आने वाली हड़ताल पर किसी भी प्रकार का प्रभाव नहीं पड़ेगा और हड़ताल का कार्यक्रम यथावत रहेगा।
हड़ताल में जूडा संघ की प्रमुख माँगे
जेडीए अध्यक्ष डॉण् चंद्रबाबू रजक ने बताया कि जूडा संघ की प्रमुख मांगे है कि सभी जूनियर डाक्टरों को उनका जनवरी माह के पहले का पूरा वेतन भुगतान तत्काल प्रभाव से किया जाए अर्थात नवंबर एवं दिसंबर माह का पूर्ण वजीफ़ा तत्काल प्रभाव से दिया जाए। प्रथम वर्ष के जूनियर डॉक्टर्स का 3 से 4 माह का बकाया वजीफ़े का भुगतान तत्काल प्रभाव से किया जाए। यह लिखित में आश्वासन दिया जाए कि आगे से प्रत्येक माह की 5 तारीख तक सभी जूनियर डॉक्टर्स के वेतन का भुगतान सुचारु रूप से किया जाएगा।। इंटर्न डॉक्टर्स को 5 महीने से उनका स्टाइपेंड का भुगतान नहीं किया गया हैए उनका भी भुगतान तत्काल प्रभाव से किया जाए। इन तमाम माँगों के पूरा ना होने तक जूनियर डॉक्टर्स की हड़ताल जारी रहेगी।