
नई दिल्ली: रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने पूर्वोत्तर भारत के आठ राज्यों को ‘अष्ट लक्ष्मी’ बताते हुए इस क्षेत्र के विकास के लिए एक बड़ा निवेश करने की घोषणा की है। उन्होंने अगले पांच वर्षों में इन राज्यों में 75,000 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश करने का संकल्प लिया है।
मुकेश अंबानी ने यह घोषणा नई दिल्ली में आयोजित ‘राइजिंग नॉर्थईस्ट इन्वेस्टर्स समिट 2025’ में की। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उस कथन को दोहराया जिसमें उन्होंने पूर्वोत्तर को भारत की समृद्धि का एक महत्वपूर्ण स्रोत बताते हुए इसे ‘अष्ट लक्ष्मी’ कहा था, जो धन और प्रचुरता के आठ रूपों का प्रतीक है।
अंबानी ने पूर्वोत्तर के आठ राज्यों – असम, अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, नागालैंड, त्रिपुरा और सिक्किम – को ‘अष्ट लक्ष्मी’ के रूप में संबोधित किया। उन्होंने इस क्षेत्र के लिए छह प्रमुख प्रतिबद्धताएं भी जताईं, जिनमें संपर्क, कृषि, स्वच्छ ऊर्जा, कैंसर देखभाल और खेल बुनियादी ढांचे से जुड़े विकास कार्य शामिल हैं। उनका उद्देश्य इन पहलों के माध्यम से क्षेत्र के आर्थिक और सामाजिक परिदृश्य को नया आकार देना है।
शिखर सम्मेलन में बोलते हुए, अंबानी ने कहा कि पूर्वोत्तर भारत में देश की सबसे युवा आबादी और सबसे तेज आर्थिक विकास दर मौजूद है, और रिलायंस इन सपनों को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने अगले पांच वर्षों में अपने निवेश को दोगुना से अधिक करने का संकल्प लिया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को इस क्षेत्र को ‘अष्ट लक्ष्मी’ बताते हुए कहा था कि जिस प्रकार देवी लक्ष्मी के आठ स्वरूपों की पूजा एक साथ की जाती है, उसी प्रकार पूर्वोत्तर के ये आठ राज्य भारत के लिए महत्वपूर्ण हैं। उन्होंने इन राज्यों की समृद्ध संस्कृति और परंपराओं का भी उल्लेख किया था।
मुकेश अंबानी का यह बड़ा निवेश पूर्वोत्तर भारत के विकास को एक नई गति प्रदान कर सकता है और इस क्षेत्र को देश के आर्थिक विकास में और अधिक महत्वपूर्ण भूमिका निभाने में मदद कर सकता है।