विजन कटनी यशभारत संवाद कार्यक्रमः विकास के लिए हम साथ-साथ

कटनी। यशभारत के विजन कटनी कार्यक्रम में कल शहर के विकास और समस्याओं से जुड़े मुद्दों पर सार्थक मंथन हुआ। खचाखच भरे अरिंदम होटल के कान्फ्रेंस हॉल में सवालों के साथ शहर के प्रबुद्ध लोग थे, और इन सवालों का जवाब देने के लिए सत्ता पक्ष और विपक्ष के जनप्रतिनिधि। सबने एक स्वर में कहा कि यशभारत की यह सराहनीय पहल कटनी को स्मार्टसिटी बनाने में मील का पत्थर साबित होगी। चार घण्टे से ज्यादा चले मंथन में सत्तापक्ष और विपक्ष तमाम प्रमुख जनप्रतिनिधि मौजूद रहे। सदन में सवालों के पीने तीर भी चले और विचार-विमर्श के आधार पर विकास का एजेंडा भी सैट हुआ। इस अनूठे और बेजोड़ कार्यक्रम को लेकर सबने कहा कि पहली बार इस तरह की खुली चर्चा हुई हैं, जिसमें सार यही निकलकर आया कि संवाद से ही समाधान का रास्ता निकलेगा।

संवाद से निकला समाधान का रास्ता
परिसंवाद में विधायक सन्दीप जायसवाल एवं महापौर श्रीमती प्रीति सूरी ने जनता के तमाम सवाल अपनी डायरी में नोट किये और सिलसिलेवार उन बिंदुओं पर चर्चा करते हुए विकास का विजन तैयार किया। मंच पर पूर्व शिक्षा राज्यमंत्री अलका जैन, भारतीय जनता पार्टी के जिलाध्यक्ष दीपक सोनी टण्डन, कांग्रेस के विधानसभा प्रत्याशी मिथलेश जैन, पूर्व विधायक सुकीर्ति जैन, पूर्व महापौर शशांक श्रीवास्तव, जिला कांग्रेस ग्रामीण के अध्यक्ष करण सिंह चौहान, कटनी विकास प्राधिकरण के पूर्व अध्यक्ष पीताम्बर टोपनानी, जिला अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष अमित शुक्ला और यशभारत के संस्थापक आशीष शुक्ला मौजूद रहे। परिचर्चा का हिस्सा बनने उद्योगपतियों, चिकित्सक, अधिवक्ता, शिक्षाविदों, राजनीतिक दलों के कार्यकर्ताओं समेत समाज के विभिन्न वर्गों के प्रतिष्ठित लोग पहुंचे। इसके अलावा समाजसेवी संगठनों, संस्थाओं के प्रतिनिधियों सहित आंदोलनों से जुड़ी शहर की जागरूक जनता भी मौजूद रही। जिला प्रशासन के अधिकारियों ने भी पहुंचकर अपने स्तर पर सूचनाएं संग्रहित की। कुल मिलाकर विकासवादी सोच के साथ कदम मिलाकर सभी दलों के नेताओं और जागरूक जनता ने यशभारत के जरिये एक नई शुरुआत कर दी है। चार घण्टे से ज्यादा के डिस्कशन के बाद जब लोग अपनी आसंदी से उठे तो सबका यही कहना था-इस समापन नहीं, बल्कि आरम्भ है। कटनी को अपने सपनों का शहर बनाने के लिये दलीय भावना से ऊपर उठकर काम करेंगे। दो कदम सत्ता पक्ष बढेगाए तो दो कदम विपक्ष। कार्यक्रम का संचालन यशभारत के समूह संपादक आशीष सोनी ने किया।