जबलपुर में नमामि नर्मदे प्रोजेक्ट पर मुख्यमंत्री ने वर्चुअल बैठक: डीपीआर शीघ्र तैयार कराएं प्रोजेक्ट में कोई दिक्कत न आए
जबलपुर, यशभारत। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज नमामि नर्मदे प्रोजेक्ट को लेकर डुमना एयरपोर्ट पर प्रोजेक्ट से संबंधित अधिकारियों के साथ वर्चुअल बैठक की। नर्मदा प्रोजेक्ट को लेकर मुख्यमंत्री श्री चौहान ने अनौपचारिक रूप से अर्बन डेवलपमेंट डिपार्टमेंट नोडल विभाग बना कर कहा कि इसकी डीपीआर शीघ्र तैयार कराएं।डीपीआर के बाद स्वरूप क्या होगी। स्थिति और क्लियर हो जाएगी ।इसमें पर्यावरण व नर्मदा संरक्षण के खिलाफ क्या-क्या है,उसे भी देखा जाएगा।प्रोजेक्ट में कोई दिक्कत नहीं आनी चाहिए।उन्होंने फंडिंग का स्ट्रक्चर बताते हुए,प्रोजेक्ट को फेसेज में करने को कहा। प्रथम फेस में लगभग 200 करो? का काम जल्दी शुरू करने के निर्देश दिये। जिसमें घाटों का उन्नयन व साफ-सफाई ,नर्मदा बफर जोन में वृक्षारोपण, बायोडायवर्सिटी,लैंड स्केप, लोक प्रसाधन इत्यादि को शामिल किया गया है।
द्वितीय फेस में नर्मदा पथ एवं अन्य विकास कार्य जिसकी लागत लगभग 400 करोड की है,जिसमें नर्मदा ग्राम,नर्मदा वाटिका,नर्मदा पथ जो लगभग 15 किलोमीटर का है, नर्मदा रिसर्च सेंटर, बायोडायवर्सिटी कंजर्वेशन, वॉटर क्वालिटी मॉनिटरिंग सिस्टम, बायोरेमेडिएशन, पार्किंग इत्यादि शामिल हैं। थर्ड फेस में नर्मदा प्रोजेक्ट जिसकी अनुमानित है लागत लगभग 300 करोड़ की है, इसमें उक्त घटकों को शामिल करते हुए घाटों के डेवलपमेंट एवं कंजर्वेशन क्षेत्र में कार्य कर रही एजेंसी से प्रस्ताव बनवाने के साथ नर्मदा के किनारे 300 मीटर क्षेत्र में निर्माण को लेकर हाई कोर्ट का जो निर्देश है उसके संबंध में चर्चा कर कहा कि इस संबंध में एजी को पत्र लिखकर हाईकोर्ट से समन्वय करें ।उन्होंने कहा कि नमामि नर्मदे प्रोजेक्ट में लगभग 1042 करोड रुपए की लागत आएगी। मुख्यमंत्री ने नोडल विभाग और जिला प्रशासन द्वारा इस काम को गति देने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि थर्ड फेस को स्मार्ट सिटी टेकअप करें और एनवीडीए से समन्वय होगा।
इस दौरान कलेक्टर श्री सौरभ कुमार सुमन ने बताया कि ग्वारीघाट से लेकर भेड़ाघाट तक नमामि नर्मदे प्रोजेक्ट के तहत विकास किया जाएगा, जिसमें 17 घाट हैं। नर्मदा जी के संरक्षण- संवर्धन एवं उनके किनारे स्थित घाटों के उन्नयन के साथ उनको जोडऩे के लिए नर्मदा पथ के विकास का कार्य किया जाएगा ।नर्मदा के संरक्षण, संवर्धन एवं उन्नयन के लिए ऐसी घटकों का उपयोग किया जाएगा जो कि पर्यावरण के अनुकूल होंगे।साथ ही कहा कि नीरी को इसके लिए ऑनबोर्ड कर चुके हैं पेपर वर्क अभी शेष है।
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री श्री चौहान जनवरी में जबलपुर प्रवास के दौरान नर्मदा कॉरिडोर बनाने की घोषणा की गई थी, जिसके तारतम्य में आज वर्चुअल रूप इस संबंध में चर्चा कर आवश्यक निर्देश दिए गए।