देश के 13 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की 88 लोकसभा सीटों पर आज दूसरे चरण का मतदान हो रहा है. इसके साथ-साथ बाहरी मणिपुर लोकसभा क्षेत्र के बचे हुए इलाकों में भी मतदान किया जा रहा है. आज, केरल में सभी 20 सीटों, कर्नाटक में 14, राजस्थान में 13, उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र में 8-8, मध्य प्रदेश में 6, असम और बिहार में 5-5, पश्चिम बंगाल और छत्तीसगढ़ में 3-3, त्रिपुरा की 1, और जम्मू-कश्मीर की दोनों लोकसभा सीटों पर मतदान हो रहा है.
18वीं लोकसभा चुनाव में आज होने वाले दूसरे फेज के मतदान के लिए 14 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की 88 सीटों पर निर्वाचन आयोग पूरी तरह तैयार है. इसके लिए सुरक्षा और अन्य इंतजाम चाक-चौबंद किए गए हैं. कुल 16 करोड़ मतदाताओं के लिए 1 लाख 67 हजार मतदान केंद्र बनाए गए हैं. बता दें कि पहले चरण में 102 सीटों पर 19 अप्रैल को वोटिंग हुई थी. सातवें और अंतिम चरण में 1 जून को वोटिंग होनी है. लोकसभा चुनाव के नतीजे 4 जून को मतगणना के बाद आएंगे. पश्चिम बंगाल में शाम 5 बजे तक हुआ 71.84 प्रतिशत मतदान
शाम 5 बजे तक कर्नाटक में बेंगलुरु में सबसे कम हुआ मतदान
शाम 5 बजे तक कर्नाटक में आज के मतदान में बेंगलुरु में सबसे कम मतदान हुआ है. बेंगलुरु सेंट्रल में अब तक सिर्फ 48.61% मतदान हुआ है. बेंगलुरु साउथ में 49%, बेंगलुरु नॉर्थ में 50%, बेंगलुरु ग्रामीण में 61.78%, मांड्या में 74.87%, दक्षिण कन्नड़ में 71.83%, उडुपी चिक्कमंगलूर में 72% और हसन में 72% मतदान हुआ है.
शाम 5 बजे तक त्रिपुरा, मणिपुर में सबसे ज्यादा 76% और UP में सबसे कम 52% हुई वोटिंग
शाम 5 बजे तक असम में 70.66%, बिहार में 53.03%, छत्तीसगढ़ में 72.13%, जम्मू और कश्मीर में 67.22%, कर्नाटक में 63.90%, केरल में 63.97%, मध्य प्रदेश में 54.42%, महाराष्ट्र में 53.51%, मणिपुर में 76.06%, राजस्थान में 59.19%, त्रिपुरा में 76.23%, उत्तर प्रदेश में 52.64% और पश्चिम बंगाल में 71.84% मतदान हुआ है.
शाम 5 बजे तक MP की 6 सीटों पर हुआ 54 प्रतिशत मतदान
मध्य प्रदेश में शाम 5 बजे तक 6 लोकसभा सीटों पर 54.42 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया. दमोह में 53.66%, होशंगाबाद में 63.44%, खजुराहो में 52.91%, रीवा में 45.02%, सतना में 55.51% और टीकमगढ़ में 56.24% मतदान हुआ है.
दूसरे चरण ने तस्वीर और साफ कर दी- अबकी बार, भाजपा साफ : अखिलेश यादव
अखिलेश यादव ने ‘एक्स’ पर लिखा, ‘दूसरे चरण में दिन भर ये एक अजब रूझान देखने को मिला कि हर बूथ पर ‘इंडिया गठबंधन’ के समर्थन में वोट डालने वाले हर समाज और वर्ग के मतदाताओं का आना लगातार बढ़ता गया. वहीं दूसरी तरफ भाजपा के मतदाता कम से और कम होते चले गए. दरअसल भाजपा के हताश, निराश समर्थकों के बीच भाजपा की ऐतिहासिक हार की पुख्ता बात बुरी तरह से फैल चुकी है. उनके संगी-साथी भी कहीं दिखाई नहीं दे रहे हैं. भाजपाई नेताओं के उलूल-जुलूल बयानों से भाजपाई शर्मिंदा भी हैं और अंदर से नाराज़ भी. आखिरकार उन्हें भी तो समाज के बीच ही रहना है. राजनीतिक बयानबाज़ी के चक्कर में पड़कर वो अपने और अपने परिवारवालों के सामाजिक संबंधों को समाज के बीच खराब नहीं करना चाहते हैं. वो भी जानते हैं कि सामाजिक सौहार्द में ही सबकी भलाई और तरक्की के अवसर होते हैं. दूसरे चरण ने तस्वीर और साफ कर दी है : अबकी बार, भाजपा साफ.’