
उमरिया: बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व अपनी बाघों की खास पहचान के लिए दुनियाभर में मशहूर है। यहां आने वाले पर्यटक आसानी से बाघों का दीदार कर पाते हैं, और उन्हें इन शानदार वन्यजीवों के अलग-अलग मनमोहक अंदाज देखने को मिल
हाल ही में ताला जोन के पास एक बाघिन का तालाब में आराम करते हुए वीडियो खूब वायरल हो रहा है। इस वीडियो की खासियत यह है कि इसे सड़क किनारे से बनाया गया है। प्रचंड गर्मी से राहत पाने के लिए बाघिन पानी में शांति से लेटी हुई है और पर्यटकों की ओर देख भी रही है। पर्यटक भी सुरक्षित दूरी बनाए रखते हुए आराम से खड़े होकर बाघिन के इस शांत और सुंदर दृश्य को कैमरे में कैद कर रहे हैं। इस दृश्य में बाघ और पर्यटकों के बीच एक अद्भुत तालमेल देखने को मिल रहा है, जहां न तो पर्यटक बाघ को परेशान कर रहे हैं और न ही बाघिन पर्यटकों से विचलित हो रही है।
बांधवगढ़: बाघों के विविध रूपों का खजाना:
बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में पर्यटकों को बाघों के विभिन्न रूप देखने को मिलते हैं। कभी वे चीतल का शिकार करते नजर आते हैं, तो कभी मवेशी का। इन दुर्लभ पलों को पर्यटकों ने अपने कैमरों में कैद किया है। हैरानी की बात यह है कि शिकार करते समय भी बाघ पर्यटकों की उपस्थिति से विचलित नहीं होते और पर्यटक भी सुरक्षित दूरी से इस रोमांचक दृश्य का आनंद लेते हैं।

यहां बाघ कभी पानी में आराम करते, कभी शिकार करते, कभी शिकार खाते, कभी अपनी सीमा चिह्नित करते, तो कभी अपने शावकों के साथ खेलते या जंगल में घूमते हुए दिखाई देते हैं। ऐसे मनमोहक दृश्य सिर्फ बांधवगढ़ में ही देखने को मिलते हैं।
गाइड और जिप्सी चालकों का महत्वपूर्ण योगदान:
बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के क्षेत्र संचालक अनुपम सहाय बताते हैं कि पर्यटकों को इतने सुरक्षित और शांत तरीके से बाघों के दीदार और उनके अलग-अलग अंदाज देखने को मिल रहे हैं, तो इसमें यहां के जिप्सी चालकों और गाइड का बहुत बड़ा योगदान है। वे इस काम में पूरी तरह से कुशल हैं और उनकी समझ बहुत अच्छी है। बांधवगढ़ में बाघों के आसानी से दर्शन का मुख्य कारण शांत और अनुशासित पर्यटन है, जो लगभग हर दिन देखने को मिलता है और यह पर्यटकों और बाघों के बीच सकारात्मक संबंध को दर्शाता है।
बांधवगढ़ के बाघों का यह दोस्ताना व्यवहार और पर्यटकों का सहयोग इस टाइगर रिजर्व को वन्यजीव पर्यटन के लिए एक आदर्श स्थान बनाता है।